मैनपुरी में आंबेडकर प्रतिमा को अराजक तत्वों द्वारा क्षतिग्रस्त करने का मामला सामने आया है। ग्रामीणों का आरोप है कि अराजक तत्वों ने गांव का माहौल बिगड़ने की कोशिश की है, जिसके चलते इस वारदात को अंजाम दिया है। हालांकि गांव में लगी प्रतिमा को 2 साल में दूसरी बार तोड़ने को लेकर ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर आक्रोश जताया है। सूचना पर पहुंची पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी है।
मामला बेवर थाना क्षेत्र की नविगंज चौकी क्षेत्र के गांव भटपुरा से जुड़ा है। जहां बीती रात अराजक तत्वों नें गांव में लगी आंबेडकर की मूर्ति की बांह को तोड़कर क्षतिग्रस्त कर दिया। जैसे ही जानकारी ग्रामीणों को हुई वैसे ही काफी ग्रामीण मूर्ति स्थल पर पहुंच गए जहां पर खड़े होकर उन्होंने एक साथ विरोध प्रदर्शन कर आक्रोश जताया।
प्रदर्शन स्थल पर पुरुषों के साथ भारी संख्या में महिलाएं भी पहुंचीं। जिसमें गांव की निवासी गीता देवी नें वताया गांव में कोई इसको लेकर रंजिश भी नहीं है। 2 साल में किसी अराजकतत्व द्वारा दूसरी बार मूर्ति तोड़ी गई है। पिछली बार मूर्ति तोड़ने वाले का भी पुलिस ने अभी तक कोई पता नहीं लग पाया।
इससे पूर्व 8 दिसम्बर 2021को टूटी थी मूर्ति
मूर्ति क्षति ग्रस्त होने पर विरोध प्रदर्शन कर रहे गांव के निवासी छविनाथ सिंह ने बताया आज से ठीक पौने दो वर्ष पूर्व यह मूर्ति तोड़ी गई थी। आज फिर यही मूर्ति को फिर तोड़ा गया। लेकिन प्रशासन मामले को गंभीरता से नहीं ले रहा है। वह दलित समाज के लोग हैं सामान्य वर्ग के लोगों ने जीने नहीं देना चाहते।पिछली बार जब मूर्ति थोड़ी गई थी तो प्रशासन के सभी लोग यहां आए थे लेकिन अभी तक उस घटना का खुलासा नहीं हुआ।जिसके चलते अराजक तत्वों ने फिर से मूर्ति तोड़कर घटना को अंजाम दिया है।
काम शुरू होने से पहले फिर तोड़ी मूर्ति
गाँव के निवासी युवक आजाद सिंह जाटव नें प्रदर्शन कर आरोप लगाते हुए बताया उनके गांव में लगी इस मूर्ति को लगातार दूसरी बार क्षतिग्रस्त करने का काम अराजक तत्व द्वारा किया गया है। पहली मूर्ति तोड़ने के बाद उन लोगों ने दूसरी मूर्ति को लगवाया था काम चल ही रहा था कि किसी अराजाकतत्व द्वारा फिर से बाबा साहब की मूर्ति दी तोड़ दी। पिछली बार मूर्ति तोड़ने के अराजक तत्व अभी तक पकड़े नहीं गए। उन लोगों ने मिलकर दूसरी मूर्ति लगवाई लेकिन इस बार भी उसे तोड़ दिया गया। उनकी मांग है कि इस बार अराजक तत्वों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए। जिससे ऐसी पुनरावृत्ति दोबारा ना हो सके।