वरुण गांधी इन दिनों पीलीभीत में काफी सक्रिय हो गए हैं. 2024 को देखते हुए उन्होंने अपने क्षेत्र में आने वाली पांचों विधानसभा का दौरा शुरू कर दिया है.
पीलीभीत से बीजेपी सांसद वरुण गांधी अक्सर बीजेपी के खिलाफ अपने तेवरों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं. ऐसे में इस तरह की भी चर्चा है कि बीजेपी इस बार उनका टिकट काट सकती है, लेकिन वरुण गांधी भी पीछे नहीं है. तमाम कयासों के बीच उन्होंने लोकसभा चुनाव को लेकर अभी से पूरी ताकत झोंकना शुरू कर दिया है. पीलीभीत में अपनी पकड़ बनाए रखने के लिए उन्होंने ऐसी रणनीति तैयार की है कि जो बीजेपी के लिए परेशानी खड़ी सकती है.
वरुण गांधी इन दिनों पीलीभीत में काफी सक्रिय हो गए हैं. 2024 को देखते हुए उन्होंने अपने क्षेत्र में आने वाली पांचों विधानसभा का दौरा शुरू कर दिया है. भले ही उनके दफ्तर पर बीजेपी के पोस्टर दिखाई दे रहे हैं, लेकिन माना जा रहा है उन्होंने 2024 के लिए अपनी नई टीम बनाना शुरू कर दिया है. इस टीम का कार्यकर्ता खुद को वरुण गांधी का सदस्य बताता है.
बीजेपी के मंच पर नहीं दिखते वरुण
बीजेपी को लेकर वरुण गांधी बगावती सुर किसी से छुपे नहीं हैं. वो खुलकर किसानों से लेकर तमाम मुद्दों पर पार्टी लाइन से हटकर बयानबाजी करते आए हैं. किसान आंदोलन रहा हो या फिर लखीमपुर में किसानों पर गाड़ी चढ़ाने की घटना, वो बीजेपी पर ही सवाल उठाने से पीछे नहीं हटे. इसके बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने धीरे-धीरे उनसे किनारा करना शुरू कर दिया. कभी पार्टी के स्टार प्रचारक रहे वरुण गांधी अब बीजेपी के मंचों पर भी नजर नहीं आते हैं.
पिछले काफी समय से इस तरह की चर्चाएं भी हैं कि वरुण गांधी भाजपा छोड़ सकते हैं. यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान तो इस तरह के कयास लगे कि वो समाजवादी पार्टी या फिर कांग्रेस में जा सकते हैं. हालांकि ऐसा नहीं हुआ, इधर बीजेपी आलाकमान भी वरुण से नाराज है, माना जा रहा है कि उनका टिकट कट सकता है. वरुण गांधी भी साफ कर चुके हैं कि बीजेपी उन्हें टिकट दे या नहीं लेकिन वो पीलीभीत से नहीं जाएंगे. ऐसे में अब वो यहां की जनता से सीधा संपर्क कर रहे हैं, ताकि मतदाताओं के बीच उनकी पकड़ बनी रहे.
वरुण ने बनाई बड़े स्तर पर रणनीति
लोकसभा चुनाव को देखते हुए वरुण गांधी ने 500 से ज्यादा यूथ ब्रिगेड को पीलीभीत में उतार दिया हैं. इसमें कुछ लड़के लोकल हैं, और कुछ को बाहर से तैनात किया गया है. ये सारे कार्यकर्ता बीबीए, एमबीए, एमए, इंजीनियरिंग के छात्र हैं और किसान परिवारों से संबंध रखते हैं. इन सभी को आईटी सेल की जिम्मेदारी दी गई है. जो व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर मिशन 2024 पर काम कर रहे हैं. इन ग्रुपों के जरिए लोगों की समस्याओं को सुना जा रहा है और उनका हल कराया जा रहा है.
वरुण गांधी ने अपनी यूथ ब्रिगेड के लिए पांच विधानसभाओं में दफ्तर खोले हैं, ये कार्यकर्ता लोगों के बिजली बिल से लेकर कृषि लोन, पशु लोन, पीएम आवास योजना, उज्जवला योजना, पेंशन जैसी तमाम समस्याओं का निदान कर रहे हैं. यही नहीं पुलिस के परेशान करने पर भी एक यूथ ब्रिगेड एक्टिव होती है और थानों में लोगों की मदद करती है. पीलीभीत के ज्यादातर लोग सांसद के प्रतिनिधि और अन्य कार्यकर्ताओं से बात कर अपनी समस्या के निपटारे करवा रहे हैं. इसके अलावा खुद वरुण गांधी ने भी लोगों से कनेक्ट रहने के लिए बड़े स्तर पर संवाद और कार्यक्रमों की तैयारी की है.