24 अगस्त 2023 मच्छर जनित बीमारियों पर नियंत्रण को लेकर स्वास्थ्य विभाग सतर्क है। मलेरिया विभाग लगातार लार्वा निरोधक दवा का छिड़काव करा रहा है l साथ ही लोगों को डेंगू, मलेरिया, फाइलेरिया व अन्य संक्रामक बीमारियों की रोकथाम और बचाव को लेकर लोगों को जागरूक कर रहा है l
जिला मलेरिया अधिकारी (डीएमओ) नौशाद अली का कहना है कि हम जन-जागरूकता से डेंगू सहित तमाम मच्छर जनित बीमारियों पर काबू पा सकते हैं, इसके लिए हमें अपने घर और आसपास पानी जमा नहीं होने देना हैं। जहां पर भी पानी भरा हुआ है उसको साफ करना है l एक छोटे से मच्छर के काटने से डेंगू और मलेरिया जैसी घातक बीमारियां हो सकती है। एडीज मच्छर के काटने से डेंगू होता है। यह मच्छर आम मच्छर से अलग होता है, इसके शरीर पर काली एवं सफेद रंग की धारियां होती हैं इसलिए इसे टाइगर मच्छर के नाम से भी जाना जाता है। बारिश एडीज मच्छरों के पनपने के लिए अनुकूल होती है। उन्होंने बताया कि एडीज मच्छर साफ पानी में पनपता है और घर में उसे पनपने के लिए माकूल माहौल मिलता है।
डीएमओ ने बताया कि मलेरिया विभाग जगह-जगह लार्वा की जांच करा रहा है और लार्वा निरोधक दवा का छिड़काव करा रहा है। रोशनाबाद में 478 जगह जांच की गई, जिसमें 59 जगह पर लार्वा मिला और लार्वा निरोधक दवा का छिड़काव कराया गया l
सहायक जिला मलेरिया अधिकारी नरजीत कटियार ने कहा कि डेंगू मादा एडीज मच्छर काटने से फैलता है l यह मच्छर सुबह के वक्त काटते हैंऔर ज्यादा ऊंचाई तक उड़ने में सक्षम नहीं होते। यही कारण है कि यह अधिकतर घुटनों के नीचे काटते हैं।
नरजीत ने बताया कि यह मच्छर साफ-सुथरे पानी में पनपते हैं इसलिए पानी को जमा न होने दें, और घर में भी पानी ढँक कर रखें।
डेंगू के मच्छर के काटने के तीन से पांच दिनों के बाद बुखार आदि लक्षण नजर आने लगते हैं।
कैसे करें बचाव
साफ या गन्दा किसी भी तरह का पानी जमा न होने दें। कूलर और फ्रिज के पानी को हफ्ते में एक बार अवश्य साफ करें। पानी की टंकी को ढक्कन से ढक कर रखें। खिड़कियों और दरवाज़ों में जाली लगवाएं ताकि मच्छर घर के भीतर न आ सकें । मच्छरों से बचने के लिए मच्छरदानी या स्प्रे आदि का प्रयोग करें । एक्वेरियम, फूलदान, गमलों की प्लेट आदि का पानी हर हफ्ते बदलें।
डेंगू के लक्षण दिखने पर शुरुआती कदम
यदि सिरदर्द, आँखों के पीछे दर्द, मिचली, उल्टी, हड्डियों और मांसपेशियों में दर्द और शरीर पर चकत्ते जैसे लक्षण नजर आयें तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें और जांच करायें I गंभीर अवस्था में पेट दर्द, तेज़ सांस. मसूड़ों में खून या ख़ून की उल्टी जैसी समस्या हो सकती है I डेंगू का पता लगाने के लिए एलाइज़ा टेस्ट कराएं l
खूब पानी और ओआरएस पिएं। खाने पीने पर खास ध्यान रखें। सूप, काढ़ा, नारियल पानी, अनार आदि का अधिक सेवन करें, हल्का भोजन-खिचड़ी व दलिया खाएं। डेंगू के लक्षण अगर गंभीर दिख रहे हैं और मरीज को एक-साथ कई परेशानियां हो रही हैं, तो तुरंत कुशल चिकित्सक से परामर्श कर उपचार करना चाहिए ।