पीलीभीत में बीती रात मेला देखने गए पीड़ित परिवार पर पुरानी रंजिश के चलते दबंगों ने हमला बोल दिया। हमले के दौरान 5 साल की मासूम बच्ची समेत 2 लोग घायल हो गए। आरोप है कि घायल जब न्याय की गुहार लगाने थाने पहुंचे तो पुलिस ने मनमानी धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया।
जब पीड़ित पक्ष ने जब विरोध किया तो पुलिस ने पीड़ित पक्ष को ही मारपीट कर थाने से भगा दिया। पुलिस की कार्यशैली के खिलाफ दर्जनों ग्रामीण एकजुट होकर एसपी कार्यालय पहुंचे हैं और पुलिस अधीक्षक से मामले की शिकायत की है।
पूरा मामला जहानाबाद थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले खरुआ गांव का बताया जा रहा है। गांव के रहने वाले सूरजपाल ने बताया कि गांव के ही रहने वाले हिमांशु ने 1 महीने पहले खेत में चर रही गाय को पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया था। गाय की मौत के बाद जब सूरजपाल और उसके परिवार ने गाय को दफनाने की बात कही थी तो आरोपी पक्ष रंजिश मानने लगा था। आरोप है कि सोमवार देर रात जब पीड़ित पक्ष के लोग गांव में ही नाग पंचमी का मेला देखने गए तो हिमांशु ने अपने साथियों की मदद से सूरजपाल के भाई कुलदीप के साथ मारपीट शुरू कर दी।
भाई-बहन पर चाकू से किया हमला
बीच-बचाव करने पर सूरजपाल और उसकी 5 वर्षीय बहन कीर्ति के सिर पर चाकू से वार किया गया जिससे दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद जब पीड़ित पक्ष के लोग न्याय की गुहार लगाने थाने पहुंचे तो पुलिस ने मामूली धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया। आरोप है कि जब पीड़ित पक्ष ने इस पूरे मामले का विरोध किया तो थाने में एक दरोगा ने मारपीट शुरू कर दी और पीड़ितों के साथ थाने गए एक युवक थप्पड़ जड़ दिया।
दो पक्षों के बीच विवाद का बताया मामलाघटना से नाराज हुए दर्जनों ग्रामीण एकजुट होकर मंगलवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे और पूरे मामले की शिकायत की। एसपी ने पीड़ित पक्ष को कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत कराया है। घटना पर जब जहानाबाद थाना अध्यक्ष उमेश कुमार सोलंकी से फोन पर संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया दो पक्षों के बीच विवाद हुआ था। तहरीर के आधार पर मारपीट गाली-गलौज की धारा में मुकदमा पंजीकृत किया गया है, जिस दरोगा पर मारपीट का आरोप लगाया जा रहा है वह एक मुकदमे के संबंध में इलाहाबाद गए हुए हैं मारपीट का आरोप गलत है।