पीलीभीत में पंचायती राज विभाग में तैनात सफाईकर्मियों की अफसरों के यहां से संबद्धता खत्म करने के लिए नोटिस जारी होने के बाद अब दो अधिकारियों के बीच जंग शुरू हो गई है। इस जंग में विकास भवन का एक बाबू निपट गया है। दरअसल, इस बाबू ने ही नोटिस तैयार किए थे। डीएम के अनुमोदन पर डीडीओ ने उसका बीसलपुर तबादला कर दिया है।
गांवों में तैनात करीब 26 सफाईकर्मी अपना मूल तैनाती स्थल छोड़कर जिला मुख्यालय पर अधिकारियों की सेवा कर रहे है। इनमें कई तो अधिकारियों के कार्यालय में बाबूगिरी कर रहे हैं। दो साल पहले इन सफाई कर्मियों को मूल पद भेजने का आदेश जारी हुआ था। इसके बाद मामला ठंडा पड़ गया था।
अब डीपीआरओ सतीश कुमार ने कलक्ट्रेट और अधिकारियों के यहां लगे 13 सफाई कर्मियों की मूल पद पर वापसी के लिए उन्हें नोटिस जारी कर दिया। नोटिस जारी होते ही दोनों अधिकारियों में रार शुरू हो गई। सोमवार को सफाई कर्मी डीएम के पास पहुंचे थे। डीएम ने डीपीआरओ को बुलाकर पूरा मामला समझा। इसके बाद शाम को ही दो अधिकारियों के झमेले में विकास भवन में तैनात वरिष्ठ सहायक महेश कुमार का बीसलपुर तबादला कर दिया गया। डीडीओ की ओर से जारी तबादला आदेश में कहा गया है कि जिलाधिकारी के अनुमोदन पर प्रशासनिक आधार पर बीसलपुर तबादला किया जाता है।