बरेली में तैनात एसएसपी प्रभाकर चौधरी का तबादल गलत ये बात कल लखनऊ में किसान सेना रिपब्लिक पार्टी के राष्ट्रिय अध्यक्ष सुशील कठेरिया ने कही. बता दें की बरेली में कावड़िये जिद पर अड़े थे की मस्जिद के सामने डीजे बजाएंगे. स्थानीय मुसलमानों ने विरोध किया तो कावड़िए धरने पर बैठ गए. इसके बाद एसएसपी प्रभाकर चौधरी (पटेल) ने आदेश दिया और डीजे जप्त कर लिया गया. कांवड़िये जिद पर अड़ गए कि मस्जिद के सामने डीजे बजाएंगे, पुलिस ने लाठीचार्ज किया, कावड़ियों के पास से हथियार बरामद हुए उन में कुछ ने शराब पी रखी थी.
पुलिस ने हिंदू मुस्लिम दंगा होने से बचा लिया लेकिन एसएसपी प्रभाकर चौधरी को खमियाज़ा भुगतना पड़ा और उनका ट्रांसफर लखनऊ पीएसी में कर दिया.
बता दें की प्रभाकर चौधरी का 10 साल में 21 बार ट्रांसफर हुआ है, वजह सही को सही कहा, गलत को गलत, ना किसी नेता की सुनते हैं ना मंत्री की, और वे हफ्ते भर में बरेली को दूसरी बार जलने से बचाए. लेकिन सरकार ने उनका तबादला कर दिया.
इसी बात को किसान सेना रिपब्लिक पार्टी के राष्ट्रिय अध्यक्ष सुशील कठेरिया ने सरककर की आलोचना की है उन्होंने कहा है की एसएसपी प्रभाकर चौधरी को एक तरह से प्रताड़ित किया जा रहा है उनका तबादला गलत हुआ है वे तो समाज में शांति स्थापित करना चाहते थे.