पीलीभीत में ग्रामीण दहशत में: बाहर खेल रही बच्ची को जंगल में खींच ले गया बाघ

यूपी के पीलीभीत स्थित माधोटांडा के सेल्हा गांव में घर के बाहर खेल रही 10 साल की बच्ची पर बाघ ने हमला कर दिया और खींच कर जंगल में ले गया। घटना के बाद इकट्ठा हुए ग्रामीणों ने जंगल में करीब डेढ़ सौ मीटर अंदर बच्ची का शव बरामद किया। घटना को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है। बराही रेंज के वन कर्मी जांच पड़ताल में जुटे हैं। बाघ को लेकर सेल्हा गांव में दहशत बनी हुई है।

माधोटांडा का सेल्हा गांव बराही रेंज के जंगल से सटा है। गांव निवासी झंटू का घर जंगल सीमा के नजदीक है। बृहस्पतिवार को झंटू मजदूरी करने रुद्रपुर गया हुआ था। उनकी पुत्री बेबी (10) देर शाम घर के बाहर पड़ोस के ही अन्य बच्चों के साथ खेल रही थी। ग्रामीणों के मुताबिक एकाएक बाघ जंगल से बाहर निकल आया और हमला कर बेबी को मुंह में दबा कर खींच ले गया। बाघ के हमले को देख बच्चे चीखते हुए घरों की तरफ भागे। पता चलने पर ग्रामीण इकट्ठा हुए और लाठी डंडे लेकर जंगल में घुसे। काफी देर तलाशी के बाद जंगल में करीब डेढ़ सौ मीटर दूरी पर बेबी का शव बरामद हुआ। उसके गर्दन पर पंजे के गहरे घाव मिले।

बालिका का शव मिलने के बाद ग्रामीणों में दहशत फैल गई। बाघ गांव में न घुस आए, ग्रामीण लाठी-डंडे लेकर जंगल सीमा पर एकत्र हो गए। सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। बेबी एक भाई और दो बहनों में दूसरे नंबर की थी। उसका शव मिलने के बाद मां पूजा का रो रोकर बुरा हाल है।

ग्रामीणों में आक्रोश, तार फेंसिंग व मुआवजे की मांग
घटना के बाद ग्रामीणों में भारी आक्रोश। घटनाओं को रोकने के लिए तार फेंसिंग की मांग की जाने लगी। बराही रेंजर अरुण मोहन श्रीवास्तव दूरभाष से संपर्क बनाते रहे। इससे ग्रामीणों में नाराजगी देखी गई। ग्रामीण मुआवजे की मांग पर अड़े रहे। रात साढ़े आठ बजे तक डिप्टी रेंजर आरिफ के नेतृत्व में तीन वन कर्मी मौके पर पहुंच सके थे।

माधोटांडा पुलिस ने बनाए रखी दूरी
बच्ची की मौत की सूचना के डेढ़ घंटे बाद भी माधोटांडा पुलिस निष्क्रिय दिखी। सैकड़ों की तादाद में ग्रामीण एकत्र होकर जंगल में बच्ची को तलाशी करते रहे। शव को बरामद करने के बाद जंगल से बाहर ले आया गया। लेकिन इसके बावजूद क पुलिस मौके पर नहीं पहुंची।