फर्रुखाबाद ,17 जुलाई 2023 फाइलेरिया उन्मूलन के लिए मंगलवार से जिले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा नाइट ब्लड सर्वे कराया जाएगा | यह सर्वे रात के आठ बजे से 12 बजे के बीच होगा, क्योंकि इसी बीच फाइलेरिया के परजीवी ज्यादा एक्टिव होते हैं | प्रत्येक ब्लॉक में दो साइट को चुना गया है । इसमें एक स्थायी साइट और एक रैंडम साइट होंगे। सर्वे में 20 साल के ऊपर के व्यक्तियों का ब्लड सैम्पल लिया जाएगा और जाँच के लिए लैब भेजा जाएगा | यह बातें प्रभारी जिला मलेरिया अधिकारी (डीएमओ) डॉ आर सी माथुर ने जिला मलेरिया लैब में लैब टेक्नीशियन को दिए गए प्रशिक्षण के दौरान कहीं l
डीएमओ ने बताया कि फाइलेरिया को हाथीपांव भी कहते हैं, यह क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होता है। फाइलेरिया शरीर के लटके हुए अंगों जैसे- पैर, हाथ, अंडकोश और महिलाओं के स्तन में सूजन पैदा कर देता है | व्यक्ति में मच्छर के काटने से संक्रमित होने के बाद बीमारी के लक्षण प्रकट होने में लगभग 10 से 12 वर्ष लग जाते है l एक बार यदि फ़ाइलेरिया हो जाये, तो इसका इलाज संभव नहीं है | इसलिए फाइलेरिया रोधी दवा के सेवन करने से बचाव किया जा सकता है ।
बायोलाजिस्ट श्रीराम शुक्ल ने बताया कि सर्वे के लिये प्रत्येक ब्लॉक में दो साइट को चुना गया है। इसमें एक स्थायी साइट और एक रैंडम साइट होंगे ।एक साइट पर 300 ब्लड सैंपल एकत्रित किया जाएगा, यानी एक ब्लॉक से कुल 600 सैंपल लिए जाएंगे। कुल मिलाकर 4800 सैंपल लिए जायेंगे ।फाइलेरिया केस के आधार पर स्थायी साइट का चुनाव किया जाएगा ।कायमगंज ब्लॉक से चिलौली और निजामुद्दीनपुर, नवाबगंज से सिरमौरा बांगर, अचरा, शमसाबाद में समैचीपुर, चितार, रोशनाबाद, बरौन में याकूतगंज, अमेठी जदीद, मोहम्दाबाद में ज्यौता, राठौरा, कमालगंज में बलीपुर, भोजपुर, राजेपुर में सबलपुर, जिठौली और शहरी क्षेत्र में मोहल्ला मेमरान और नवदिया में नाइट ब्लड सर्वे किया जायेगा l
प्रशिक्षण के दौरान सीएचसी कमालगंज में तैनात लैब टेक्नीशियन राजीव ने बताया कि नाइट ब्लड सर्वे के दौरान सैंपल लेकर किस तरह से स्लाईड बनानी है और किस तरह से जांच करनी यह जानकारी मिली जिससे फाइलेरिया रोगियों को खोजने में आसानी होगी l इस दौरान वरिष्ठ मलेरिया निरीक्षक अशोक यादव फाइलेरिया निरीक्षक अनिमेश शुक्ल,दीपांशु यादव, योगेश सहित सभी सीएचसी पीएचसी के लैब टेक्नीशियन मौजूद रहे l
10 से 28 अगस्त तक घर-घर जाकर खिलायेंगे फाइलेरियारोधी दवा
राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत आगामी 10 अगस्त से शुरू हो रहे सर्वजन दवा सेवन अभियान (एमडीए) में आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को अपने सामने फाइलेरिया से बचाव की दवा खिलाएंगी। फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन एक वर्ष के बच्चों, गर्भवती, एक माह के बच्चे वाली धात्री और गंभीर रूप से बीमार को छोड़कर सभी को करना है। एक से दो वर्ष की आयु के बच्चों को केवल एल्बेंडाजोल खिलाई जाएगी।