अहान और अथिया को भारतीय स्कूलों में नहीं पढ़ाना चाहते थे सुनील शेट्टी

सुनील शेट्टी ने एक रिसेंट इंटरव्यू में कहा कि वे अपने दोनों बच्चे अहान और अथिया को भारतीय स्कूलों में नहीं पढ़ाना चाहते थे। सुनील चाहते थे कि उनके बच्चे अमेरिकी बोर्ड में पढ़ाई करें ताकि उन्हें कोई स्पेशल ट्रीटमेंट न मिल सके।

सुनील को ये भी पता था कि अमेरिकी बोर्ड में पढ़ाई कराने के लिए काफी खर्चे करने पड़ेगे। एक्टर के मुताबिक, वे अपनी बेटी अथिया का अमेरिका से एडमिशन कराकर लौट रहे थे, रास्ते में अथिया ने कहा कि वे फिल्मों में काम करना चाहती हैं।
निखिल कामत के साथ इंटरव्यू में सुनील ने कहा कि शुरुआती दौर में जब फिल्में नहीं चलती थीं तो इसका बुरा प्रभाव उनके निजी जीवन पर पड़ता था। समीक्षक उनकी फिल्मों की आलोचना करते थे। इसका असर उनकी फैमिली पर भी पड़ता था। इसी वजह से वे बच्चों को बाहर भेजना चाहते थे।
सुनील ने कहा- मैं चाहता था कि मेरे बच्चों को स्कूल में स्पेशल ट्रीटमेंट न मिले। मैं चाहता था कि वे आम बच्चों की तरह वहां पढ़ाई करें। मैं नहीं चाहता था कि उनके स्कूल में इस बात की चर्चा हो कि वे किसी सेलिब्रिटी के बच्चे हैं।

सुनील ने कहा- मैं बच्चों को फ्री छोड़ना चाहता था। और ये तरकीब काम भी कर गई। मुझे अभी भी याद है कि पापा ने उस वक्त पैसों को लेकर बात की थी। हालांकि मैंने उन्हें समझा दिया था कि मैं मैनेज कर लूंगा।
सुनील ने इंटरव्यू में आगे कहा- मैंने कभी अपने बच्चों को एक्टर बनने के लिए प्रेरित नहीं किया। एक बार हम अथिया का एडमिशन कराने अमेरिका के अटलांटा गए थे। वहां के एक कॉलेज में हमने उसका एडमिशन भी करा दिया। उसे कॉलेज बहुत पसंद आया। वहां का माहौल भी अच्छा था।

लेकिन जब हम लौट रहे थे कि तो उसने मुझसे कहा कि पापा मैं रियलिटी में खुश नहीं हूं। मैंने पूछा कि तुम करना क्या चाहती हो। अथिया ने कहा कि उसकी फिल्मों में दिलचस्पी है। मैंने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री एक अच्छी जगह है लेकिन क्या तुम चुनौतियों से निपटने को तैयार हो। क्योंकि यहां का माहौल बहुत स्ट्रेस वाला है। हर शुक्रवार का दिन मुझे अंदर से मारता है
सुनील यहां अथिया से ये कहना चाह रहे हैं कि फिल्मों के रिलीज वाले दिन वे काफी ज्यादा परेशान रहते थे। उन्हें टेंशन रहती थी कि उनकी फिल्म चलेगी भी कि नहीं। वे अथिया को समझा रहे थे कि फिल्म इंडस्ट्री आपको स्टार बनाती है तो वही फिल्म इंडस्ट्री आपको गिराती भी है।
सुनील शेट्टी ने एक दूसरे इंटरव्यू में कहा कि उन्होंने अपने बच्चों की अच्छी परवरिश के लिए काफी कुछ किया है। एक वक्त था जब उनके पास अंडरवर्ल्ड से कॉल आते थे। कॉल पर धमकियां दी जाती थीं।
हालांकि सुनील शेट्टी इन फोन कॉल्स से डरते नहीं थे। सुनील का कहना है कि वे उल्टा उन लोगों को गाली बकते थे। पुलिस वाले उन्हें ऐसा करने से रोकते थे, लेकिन वे नहीं मानते थे। सुनील ने कहा कि उन्होंने लाइफ में कई ऐसी चीजें की हैं, जिसे उन्होंने कभी अपने बच्चों को नहीं बताया।

वे बच्चों की परवरिश के लिए मुंबई का लैमिंगटन रोड एरिया छोड़ दिया और नेपेंसिया रोड चले गए। लैमिंगटन रोड एरिया में गैंग वगैरह चलता था।