फर्रुखाबाद, 15 जून 2023 जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर गुरुवार को एकीकृत निक्षय दिवस मनाया गया। आयोजन के दौरान टीबी, फाइलेरिया और कुष्ठ के मरीजों को चिन्हित कर तत्काल इलाज की प्रक्रिया शुरू की गई। ओपीडी में आने वालों में से 10 प्रतिशत मरीजों की स्क्रीनिंग की गई l ओपीडी में आने वाले मरीजों को क्षय, कुष्ठ, फाइलेरिया, कालाजार और चिकिनगुनिया के बारे में जागरूक किया गया l
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अवनीन्द्र कुमार ने बताया कि टीबी फाइलेरिया और कुष्ठ रोग का इलाज है बशर्ते इसके लक्षणों की समय से पहचान कर इलाज शुरू कर दिया जाए जिससे इन बीमारियों को फैलने से रोका जा सकता है l सीएमओ ने कहा कि जब से यह दिवस मनाया जा रहा है तब से लोगों में अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता आई है और लोग क्षय रोग के लक्षण प्रतीत होने पर अपने नजदीक के स्वास्थ्य केन्द्र पर दवा लेने भी आ रहे हैं l
प्रभारी जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ रंजन गौतम ने कहा कि टीबी एक संक्रामक बीमारी है। इसलिए क्षय रोगी को हमेशा खांसते और छींकते समय मास्क लगाए रहना चाहिए। इधर-उधर थूकना नहीं चाहिए l उन्होंने कहा कि देश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त बनाने के लिए जरूरी है कि सभी सहयोग करें और इसे जन आंदोलन का रूप दें। डीटीओ ने बताया कि जिले में इस 2494 क्षय रोगी हैं जिनका इलाज चल रहा है l
सीएचसी शमसाबाद के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ शोभित शाक्य ने कहा कि अगर किसी व्यक्ति को टीबी के लक्षण प्रतीत हों तो उन्हें छिपाएं नहीं, बल्कि समय रहते जांच और इलाज कराएं। चिकित्सक की राय मानें और समय से दवा सेवन के साथ पोषाहार का सेवन करें।
शमसाबाद ब्लॉक की रहने वाली 14 वर्षीय नीलम ने बताया कि मुझे दो महीने से बुखार, खांसी और बलगम आ रहा था अब मेरा इलाज चल रहा है पहले से काफी आराम है l
इस दौरान एमओ अनुनय कुटार, क्षय रोग इकाई से एसटीएस कुलदीप, टीबी एलटी देवेश कुमार, सहित अन्य लोग मौजूद रहे l