कोतवाली क्षेत्र के गांव रैसेपुर निवासी रवेंद्र सिंह राजपूत का पुत्र आदित्य (26) गांव में डेयरी चलाता था। रविवार की रात को आदित्य गायब हो गया। तलाशने पर भी उसका पता नहीं चला। सोमवार की सुबह गांव जैतपुर निवासी राजवीर के खेत में आम के पेड़ पर आदित्य का शव से फंदे से लटका हुआ था। राहगीरों ने परिजनों को सूचना दी। जानकारी पर रवेंद्र सिंह राजपूत परिजनों के साथ मौके पर पहुंचे।
सूचना पर सीओ अरुण कुमार व कोतवाल अमरपाल सिह मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को फंदे से उतरवाया। फोरेंसिक टीम ने मौके पर नमूने एकत्र किए। पिता रवेंद्र ने पुलिस को बताया कि वह रविवार की रात को सबमर्सिबल के पास चारपाई पर लेटे हुए थे। उसी दौरान गांव के तीन युवकों ने हमला कर दिया। मारपीट में उनके तीन दांत टूट गए। चीख पुकार सुनकर गांव के लोग आ गए। इस पर तीनों हमलावर वहां से भाग गए। एक हमलावर का मोबाइल वहीं पर छूट गया था। सूचना पर पुलिस मौके पर आई और छानबीन की।
पुलिस मौके पर मिला मोबाइल अपने साथ लेकर चली गई। उस घटना के बाद ही पुत्र लापता हो गया था। उन्हीं लोगों ने पुत्र की हत्या कर शव फांसी के फंदे से लटका दिया है। सूत्रों के मुताबिक, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डेरी संचालक की मौत फंदा लगने से दम घुटने के कारण हुई है। उसके दोनों कंधों व घुटनों पर चोट के छह निशान मिले है। डेयरी संचालक के शराब पीने की पुष्टि भी हुई है। सीओ अरुण कुमार ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
डेयरी संचालक आदित्य के दो बेटियां आराध्या व अवज्ञा है। पत्नी संध्या व मां सत्यवती का रो- रो कर बुरा हाल था। बड़ा भाई धर्मेंद्र खेती करता है। वह भी भाई की हत्या का आरोप लगाकर पुलिस से कार्रवाई की मांग कर रहा था। परिवार के विमल एक हमलावर के पिता को उगाही पर खेत देते थे। इस वर्ष विमल ने खेत नहीं दिया। हमलावरों ने इसी रंजिश में रवेंद्र सिंह व रविवार की रात हमलाकर उसको घायल कर दिया था।