लखनऊ में सोमवार को भारतीय वाल्मिकी महासभा ने अधिवेशन आयोजित किया। जहां पर महासभा ने पीएम मोदी के नाम एक मांगपत्र जारी किया। मांगपत्र में 2 मांगें रखी गईं हैं। पहली मांग है कि वाल्मिकी जयंती (शरद पूर्णिमा) को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाए। दूसरी मांग है नियमित सफाईकर्मियों की भर्ती करना। महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष, जुगल किशोर वाल्मिकी ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि पीएम उनकी मांगें सुनेंगे। वरना 2024 में कुछ भी हो सकता है।
जुगल किशोर वाल्मिकी ने कहा “पीएम मोदी से अनुरोध करना चाहूंगा कि जिस तरह बीजेपी सरकार में कहा गया ‘जो राम के लाए हैं, है उनको लाएंगे’। तो हम प्रधानमंत्री जी से मांग करते हैं कि पूरी दुनिया को राम का परिचय देने वाले। महर्षि वाल्मिकी जी के जन्म दिवस को सार्वजनिक अवकाश के रूप में घोषित करें। उन्होंने रामायण महाग्रंथ की रचना की, दुनिया को राम के बारे में बताया। जब देश में राम नवमी की छुट्टी है, तो वाल्मिकी जयंती की छुट्टी भी होनी चाहिए”। दूसरी मांग पर जुगल किशोर ने कहा कि सफाई एक आवश्यक पेशा है। इस पेशे में ठेका नीति खत्म कर नियमित सफाईकर्मियों की भर्ती की जाए जिससे उन्हें रोजगार मिले। उन्होंने कहा– “मान्यवर पैर धोकर उन्हें सम्मान तो मिल सकता है। लेकिन नियमित नौकरी से ही उनके परिवार का पालन पोषण हो सकता है।
जुगल किशोर समेत अन्य पदाधिकारियों ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि पीएम मोदी उनकी मांगें पूरी करेंगे। “अगर पीएम और सरकार ने हमारे ये दो काम पूरे कर दिए। तो ये समाज उनकी झोली भर देगा। ये गरीब समाज दुआएं देने वाला समाज है। लेकिन अगर ये नाराज हुए तो बहुत कुछ बिखर सकता है। 2024 में कुछ भी हो सकता है।
अधिवेशन में भारतीय वाल्मिकी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष समेत यूथ ब्रिगेड प्रदेश अध्यक्ष कुणाल वाल्मिकी, प्रदेश महामंत्री कमल वाल्मिकी, जिला अध्यक्ष मनोज कुमार, महानगर अध्यक्ष सपन कुमार, जिला अमरोहा अध्यक्ष दयाराम वाल्मिकी आदि मौजूद रहे।