डाॅ0 देवेन्द्र शर्मा अध्यक्ष उ0प्र0 राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग लखनऊ द्वारा जनपद पीलीभीत में भ्रमण किया गया। अध्यक्ष ने प्रातः 10ः00 बजे ग्राम रूपपुर कमालू विकास खण्ड ललौरीखेड़ा, पीलीभीत में नन्दघर का निरीक्षण किया, निरीक्षण के समय नन्दघर में अनीता चैरसिया, बाल विकास परियोजना अधिकारी, श्रीमती नीता सिंह, आंगनबाड़ी एवं श्रीमती प्रेमवती सहायिका उपस्थित मिली। नन्दघर में 30 बच्चे उपस्थित पाये गये अध्यक्ष द्वारा बच्चों से जानकारी प्राप्त की गयी। बच्चों द्वारा बताया गया कि प्रतिदिन नहाकर सेन्टर आते हैं। निरीक्षण के समय उपस्थित जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा दो बच्चों आयुष 05 वर्ष एवं प्रगति 04 वर्ष का जन्मदिन अध्यक्ष के समक्ष मनाया गयां। अध्यक्ष द्वारा बच्चों को स्कूल बैग देकर पुरूस्कृत किया गया।
इसके उपरान्त अध्यक्ष द्वारा प्राथमिक विद्यालय रूपपुर कमालू एवं घेरा रिछौला का निरीक्षण किया गया सभी स्टाॅफ उपस्थित मिले साफ सफाई सन्तोष जनक पायी गयी। रूपपुर कमालू में बच्चे मिड डे मील में खिचड़ी खा रहे थे। अध्यक्ष द्वारा बच्चों से कविता व पहाड़ा सुना गया। शिक्षा का स्तर सन्तोषजनक पाया गया। रूपपुर कमालू में ग्राम प्रधान को बुलाकर प्राथमिक विद्यालय में स्टाफ हेतु शौचालय बनाने हेतु निर्देशित किया गया। इसके उपरान्त अध्यक्ष जिला महिला अस्पताल जाकर छत्ब्ै (पोषण पुर्नवास केन्द्र) का निरीक्षण किया गया। पोषण पुर्नवास केन्द्र में 08 बच्चे निरूद्ध पाये गये। अध्यक्ष द्वारा कुपोषित बच्चों की माताओं से इलाज के सन्दर्भ में जानकारी प्राप्त की गयी। सभी के द्वारा बताया गया कि सेन्टर पर बढ़िया इलाज हो रहा है और बच्चों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है अध्यक्ष द्वारा महिला अस्पताल में उपस्थित महिलाओं से दवाई आदि मिलने एवं डाॅक्टर के देखने के सन्दर्भ में जानकारी प्राप्त की गयी। सभी लोगों द्वारा बताया गया कि अस्पताल में समय पर डाक्टर देख रहे हैं एवं दवाई भी पर्याप्त रूप से मिल रही हैं। जिला अस्पताल परिसर में संचालित वन स्टाप सेन्टर का भी निरीक्षण किया गया वहां पर भी साफ सफाई अच्छी पायी गयी। वन स्टाप सेन्टर में एक बालिका आवासित मिली। निरीक्षण के समय जिला प्रोबेशन अधिकारी के द्वारा बताया गया कि वन स्टाॅप सेन्टर में आवासित पीड़िताओं को भोजन एव नाश्ते की व्यवस्था स्वयं सहायता समूह के माध्यम से करायी जा रही है। अध्यक्ष द्वारा वन स्टाॅप सेन्टर में रिक्त पदों की भर्ती शीघ्र पूर्ण कराने हेतु जिला प्रोबेशन अधिकारी को निर्देशित किया गया। अध्यक्ष द्वारा अपराहन् 12ः30 बजे जिला जेल में निरूद्ध महिला बन्दियों की बैरक का भी निरीक्षण किया गया बैरक में 03 छोटे बच्चे मां के साथ निरूद्ध पाये गये। अध्यक्ष द्वारा निरीक्षण के समय जेल अधीक्षक को बच्चे के पोषण आदि की समुचित व्यवस्था कराने हेतु निर्देशित किया गया। जेल निरीक्षण के उपरान्त अध्यक्ष द्वारा कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय का निरीक्षण किया। निरीक्षण के समय कस्तूरबा गांधी की व्यवस्थायें सन्तोषजनक पायी गयी। वहां पर बालिकाओं हेतु बने भोजन की गुणवत्ता स्वयं भोजन खा कर देखी। भोजन उच्च कोटि का पाया गया।
अध्यक्ष द्वारा अपराहन् 02ः00 समस्त अधिकारियों के साथ बैठक गांधी सभागार में की गयी। बैंठक में जिला प्रोबेशन अधिकारी द्वारा बताया गया कि उ0प्र0 मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (कोविड) अन्तर्गत 88 बच्चों एवं उ0प्र0 बाल सेवा योजना (सामान्य) के अन्तर्गत 173 बच्चे चिन्हांकित हैं। सभी को योजना का लाभ प्रदान किया जा रहा है। मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के अन्तर्गत 17784 बालिकाओं को विभिन्न श्रेणियों में लाभान्वित किया जा रहा है। पति की मृत्युपरान्त निराश्रित महिला पेंशन में 28012 लाभार्थियों, उ0प्र0 रानी लक्ष्मीबाई महिला एवं बाल सम्मान कोष योजनान्तर्गत 116 पीड़िताओं/बच्चों को धनराशि रू0 3 करोड़ का भुगतान अब तक किया जा चुका है। मा0 अध्यक्ष महोदय द्वारा जिला प्रोबेशन अधिकारी को निर्देशित किया गया कि लम्बित प्रकरणों की बैंठक शीघ्र कराकर पात्र पीड़िताओं को लाभान्वित करायें। मा0 अध्यक्ष द्वारा जिला कार्यक्रम अधिकारी से योजनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की गयी। जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा बताया गया कि जनपद में 1960 आंगनबाड़ी केन्द्र है जनपद में कुल 5550 बच्चे कुपोषित श्रेणी में है। अध्यक्ष द्वारा सभी बच्चों पर विशेष ध्यान दिये जाने के निर्देश दिये गये हैं। अध्यक्ष द्वारा श्रम विभाग, जिलसा समाज कल्याण अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक आदि से जानकारी प्राप्त की गयी।
अध्यक्ष द्वारा उपस्थित सभी अधिकारियों को “एक युद्ध नशे के विरूद्ध” विशेष अभियान चलने हेतु निर्देशित किया एवं यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिये कि विद्यालय के 100 मीटर तक कोई पान, बीड़ी, सिगरेट की दुकान नहीं होनी चाहिए। अन्त में अध्यक्ष द्वारा जिला प्रोबेशन अधिकारी को निर्देशित किया गया कि सभी विभाग आपस में समन्वय कर बच्चों के हित में मिलकर कार्य करें जिससे जनपद पीलीभीत नशा मुक्त एवं बाल विवाह मुक्त हो सके । अध्यक्ष के द्वारा कोविड महामारी से प्रभावित 02 बच्चों को लेपटाॅप विवरित किया गया।
बैठक में अपर जिलाधिकारी वि0/रा0, परियोजना निदेशक, अध्यक्ष/सदस्य बाल कल्याण समिति, क्षेत्राधिकारी सदर, समाज कल्याण अधिकारी एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी, कार्यक्रम अधिकारी, श्रम प्रर्वतन अधिकारी, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला बाल संरक्षण इकाई आदि उपस्थित रहे।