फर्रुखाबाद:विश्व अस्थमा दिवस आज,अस्थमा एक आनुवांशिक बीमारी-सीएमओ

फर्रुखाबाद, 1 मई 2023 अस्थमा फेफड़ों से जुड़ी एक बीमारी है, जिसमें सांस लेने में कठिनाई होती है। अस्थमा ब्रोन्कियल ट्यूब्स में सूजन की वजह से होता है। लेकिन एलर्जी, एक्सरसाइज, स्ट्रेस, एंग्जाइटी भी इसे बढ़ाने का काम करते हैं। यह कहना है मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अवनींद्र कुमार का l
सीएमओ ने बताया कि गर्मियों में तापमान के साथ वायु प्रदूषण भी बढ़ जाता है, जो अस्थमा से जूझ रहे लोगों के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है। इसके अलावा गर्म हवा की वजह से अस्थमा के मरीजों की खांसी भी बढ़ सकती है। अस्थमा का आमतौर पर इलाज नहीं होता है, लेकिन जरूरी एहतियात बरत कर काफी हद तक इसे रोका जा सकता है।
सिविल अस्पताल लिंजीगंज में तैनात मेडिकल आफीसर डॉ ऋषि नाथ गुप्ता ने बताया कि वायु प्रदूषण वैसे तो बड़ों से लेकर बच्चों तक के लिए खतरनाक होता है लेकिन अगर आप अस्थमा के मरीज हैं, तो ये आपके लिए और ज्यादा खतरनाक हो सकता है। अस्थमा के मरीज जब प्रदूषण के संपर्क में आते हैं तो फेफड़े पर असर पड़ता है। इससे अस्थमा अटैक का खतरा रहता है।

अस्थमा बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल मई के पहले मंगलवार का दिन विश्व अस्थमा दिवस के तौर पर मनाया जाता है। जो इस साल 2 मई को मनाया जाएगा। इस दिवस की थीम अस्थमा केयर फॉर ऑल रखी गई है l

डॉ ऋषि ने बताया कि गर्मियों के मौसम में हवा में कई सारे प्रदूषक तत्व होते हैं, जिसके चलते अस्थमा मरीजों को सांस लेने में तकलीफ हो सकती है। इसमें सीने में तनाव सा महसूस होता है, तो इसका भी ख्याल रखना है। गर्मी के मौसम में कई तरह के एलर्जी की संभावना भी बनी रहती है। जिस वजह से बुखार आ सकता है और अस्थमा की स्थिति और खतरनाक हो सकती है।
डॉ ऋषि ने बताया कि प्रतिदिन 100 लोगों की ओपीडी में 4 से 5 मरीज़ अस्थमा के आ जाते हैं l
अस्थमा के लक्षण
खांसी, विशेषतौर पर रात में, हंसते समय या व्यायाम के दौरान
सीने में जकड़न
सांस लेने में कठिनाई
बात करने में दिक्कत
बेचैनी या घबराहट
थकान
छाती में दर्द
तेज-तेज सांस लेना

मोहल्ला खड़ियाई निवासी 70 वर्षीय पुष्पलता कहती हैं मुझे अभी लगभग दो तीन वर्ष से चलने फिरने के दौरान सांस फूलने लगती है , थकान महसूस होती है साथ ही बैचैनी और सांस लेने में कठिनाई सी होती है l बहुत इलाज कराया पर कोई आराम नहीं मिला हां कुछ समय के लिए दवा से आराम मिल जाता है l मुझे इस बीमारी का पता अभी लगभग एक साल पहले पता चला डॉक्टर ने दी देने के साथ ही ठंडी चीजें खाने के लिए मना किया l