फर्रुखाबाद ,1 मार्च 2023 बढ़पुर ब्लॉक में आने वाले ग्राम जसमई की रहने वाली 20 वर्षीय रेनू (काल्पनिक नाम) को लगभग एक माह से खांसी और बुखार की समस्या बनी हुई थी साथ ही भूख नहीं लग रही थी और वजन भी कम हो गया था l शहर के एक निजी अस्पताल में इलाज करा रही थी पर कोई फायदा नहीं मिला। कई जांचें करवाई पर उसमें कोई बीमारी नहीं निकली और इसमें मेरा काफी पैसा खर्च हो गया l रेनू बताती है कि 23 फ़रवरी को उनके घर आशा दीदी पूनम और टीबी अधिकारी टीबी की जांच के लिए आए | उन्होंने मेरे बलगम का सैंपल लिया गया। फिर 26 फ़रवरी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरौन में टीबी रोग की पुष्टि हुई l टीबी का सुनते ही मैं काफी परेशान हो गयी थी कि किस तरह इस बीमारी से लडूंगी | मेरा वजन भी 35 किलो निकला l पर स्वास्थ्य विभाग नें पुष्टि होते ही फ़ौरन मेरा इलाज शुरू कर दिया और दवा हर दिन दवा खाने की सलाह दी है l
रेनू का कहना है कि चार दिन से वह लगातार दवा ले रही है और उन्हें चार दिन में ही अंतर नज़र आ रहा है | खांसी और बुखार में पहले से आराम है और इधर अब कुछ भूख भी लगनी शुरू हुयी है |
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ रंजन गौतम ने बताया कि क्षय रोग के बारे में पहले लोग कहते थे कि जिसको यह हो गया वो सही नहीं होगा l लेकिन इस रोग की दवा है अगर डॉक्टर के बताए अनुसार क्षय रोगी दवा का सेवन करे तो वह स्वस्थ हो सकता है l उन्होंने बताया कि अभी सक्रिय क्षय रोगी खोज अभियान चल रहा है जो चार मार्च तक चलेगा जिसके तहत स्वास्थ्य कर्मी घर-घर दस्तक देकर क्षय रोगी खोज रहे हैं और लोगों को क्षय रोग के बारे में जागरूक कर रहे हैं l
जिला समन्वयक सौरभ तिवारी ने बताया कि पिछले आठ दिन में जिले के दो लाख से अधिक लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है जिसमें से 1176 संभावित क्षय रोगियों का सैंपल लेकर उनकी जांच की गई जिसमें से 63 लोगों में क्षय रोग की पुष्टि हुई l जिसमें 58 क्षय रोगियों का उपचार शुरू हो गया है शेष रोगियों का जल्द उपचार शुरू कर दिया जाएगा। सौरभ तिवारी ने बुधवार को कायमगंज ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले मोहल्ला नई बस्ती का और शहरी क्षेत्र में एसटीएस शफीक खान ने कांशीराम कालोनी का भी निरी क्षण किया l