पीलीभीत : जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति एवं टास्कफोर्स समिति की समीक्षा बैठक गोमती सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने पंजीकृत अस्पतालों के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की गई, इस दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि 19 अस्पतालों को नोटिस निर्गत किये गये जिसमें से 18 अस्पतालों के द्वारा कराये गये प्रसवों के सम्बन्ध में आख्या उपलब्ध कराई गई, प्रसवों की संख्या में बढोत्तरी करने के निर्देश दिये। मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि सुपरवाइजरों को फील्ड में भेजकर कार्य कराना सुनिश्चित किया जाये। इसके साथ ही साथ गैर पंजीकृत अस्पतालों को सीज करने की कार्यवाही की जा रही है। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने जननी सुरक्षा योजना की समीक्षा की और उनके भुगतान के सम्बन्ध में जानकारी ली। समीक्षा के दौरान सब सेन्टरों की जानकारी प्राप्त करते हुये सम्बन्धित प्रभारी अधिकारियों को कडे निर्देश दिए कि सेन्टरों पर प्रसवों की संख्या में बढोत्तरी की जाये। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजन के सम्बन्ध में भी जानकारी ली। प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना के तहत दिये गये लक्ष्य के सापेक्ष प्रगति कम पाये जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुये लक्ष्य के सापेक्ष पंजीकरण करने के निर्देश दिये गये। बैठक के दौरान जिलाधिकारी द्वारा गोल्डन कार्ड के कार्य की प्रगति के सम्बन्ध में जानकारी ली, गोल्डन कार्ड की प्रगति कम पाए जाने पर नारागजी व्यक्त करते हुये लक्ष्य के सापेक्ष गोल्डन कार्ड निर्गत करने के निर्देश दिए। जननी सुरक्षा योजना के अन्तर्गत भुगतान के सम्बन्ध में जानकारी ली और अबशेष भुगतान कराने हेतु सम्बन्धित को निर्देश दिए। आयुष्मान भारत योजना के कार्डो की प्रगति जानी, लक्ष्य के सापेक्ष प्रगति कम पाए जाने पर नाराजगी व्यक्त की गई। समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी द्वारा आशों के भुगतान के सम्बन्ध में जानकारी ली और सम्बन्धित प्रभारी चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये गये कि आशा का भुगतान समय से किया जाये।
बैठक के दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये कि जिन प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों की मृत्यु हो जाती है उनकी मौत का कारण जाने व लापरवाही पाये जाने पर उनका अस्पताल का नवीनीकरण न किया जाये। इसके साथ ही निर्देशित किया कि जिन आशाओं को अभी तक टेªनिंग नहीं हुई है उनकी टेªनिंग कराना सुनिश्चित की जाये।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, वीपीएम समस्त एमओआईसी सहित अन्य डाॅक्टर उपस्थित रहे।