फर्रुखाबाद, 15 फरवरी 2023 जिले की सभी स्वास्थ्य इकाईयों पर बुधवार को एकीकृत निक्षय दिवस मनाया गया इस दौरान ओपीडी में आने वाले मरीजों में से 10 प्रतिशत मरीजों की स्क्रीनिंग की गई l इसी क्रम में सिविल अस्पताल लिंजीगंज में ओपीडी में आने वाले मरीजों में से 10 प्रतिशत मरीजों की स्क्रीनिंग की गई l साथ ही सभी को क्षय, कुष्ठ, फाइलेरिया, कालाजार और चिकिनगुनिया के बारे में जागरूक किया गया l
सिविल अस्पताल लिंजीगंज के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ अंशुल चतुर्वेदी ने बताया कि क्षय रोग लाइलाज नहीं है। समय से जांच और इलाज हो जाए तो`मरीज़ जल्द स्वस्थ होकर सामान्य जीवन व्यतीत कर सकता है , अगर किसी व्यक्ति को दो सप्ताह से अधिक की खांसी हो, बुखार हो, बलगम में खून आ रहा हो , उसका वजन कम हो रहा हो तो देर न करें अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर जांच कराएं और उचित इलाज लें जिससे टीबी को हराया जा सके l
जिला क्षयरोग अधिकारी डॉ रंजन गौतम ने बताया कि टीबी का मरीज एक वर्ष में 10 से 15 लोगों को इस बीमारी से संक्रमित कर सकता है। ऐसे में टीबी का समय रहते इलाज होना बेहद जरूरी है। यह रोग किसी भी व्यक्ति को हो सकता है। इसलिए, इसे छुपाने की नहीं, बल्कि इस रोग के इलाज की जरूरत है। टीबी के मरीजों को अपना उपचार बीच में नहीं छोड़ना चाहिए। यदि बीच में उपचार छोड़ दिया गया तो टीबी से ठीक होना कठिन हो जाता है।
एसटीएस शफीक खान ने बताया कि आज 90 लोगों की ओपीडी हुई जिसमें से 6 लोगों की स्क्रीनिंग की गई उसमें से बजरिया के रहने वाले 28 वर्षीय काल्पनिक नाम रमेश को कई दिनों से खांसी आ रही थी जो ठीक नहीं हो रही थी उनका सैंपल लिया गया उनमें टीबी की पुष्टि हुई और उनका इलाज शुरु कर दिया गया l शेष लोगों को डिब्बी दे दी गई और कल सैंपल देने के लिए कहा l रमेश ने बताया कि मैं तो अस्पताल में अपनी दवा लेने आया था लेकिन जब मेरी जांच हुई तो टीबी की पुष्टि हुई मैं तो डर गया लेकिन डॉक्टर साहब ने मुझे बताया कि यह सही हो जाएगी l इसका इलाज बीच में नहीं छोड़ना l
इस दौरान योगेश पॉल टीबी एचवी, लैब टेक्नीशियन मोरध्वज और संजय बाथम सहित अन्य लोग मौजूद रहे l