फर्रुखाबाद:राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस आज पेट के कृमि बच्चों के शारीरिक विकास में बाधक -सीएमओ

फर्रुखाबाद 9 फ़रवरी 2023 जिले में 10 फरवरी यानि शुक्रवार से कृमि मुक्ति अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए दो चरणों में एक साल से 19 साल की उम्र तक के कुल 9,07,820 बच्चे व किशोरों को पेट से कीड़े निकालने की दवा खिलाई जाएगी। इसमें स्वास्थ्य विभाग के साथ शिक्षा , बाल विकास एवम पुष्टाहार विभाग और पंचायती राज समेत 11 विभागों की मदद ली जाएगी। अभियान की सफ़लता के लिए एएनएम, आशा , आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को ब्लॉक स्तर पर प्रशिक्षित किया जा चुका है l दूसरा चरण 13 फरवरी से 15 फरवरी तक चलेगा जिसमें किसी कारणवश छूटे हुए बच्चों को दवा खिलाई जायेगी l
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अवनीन्द्र कुमार ने बताया कि स्थानीय 1752 आंगनबाड़ी केन्द्रों पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मदद से एक वर्ष से पांच वर्ष तक के बच्चों को दवा दी जाएगी जो आंगनवाड़ी केन्द्र पर पंजीकृत हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम स्कूलों में छह से 19 वर्ष तक के किशोर-किशोरियों को दवा खिलाएगी। इसमें संबंधित स्कूल के शिक्षकों को भी जोड़ा गया है।
सीएमओ ने कहा कि पेट में मौजूद कृमि बच्चों के शारीरिक और बौद्धिक विकास में बाधक होते हैं l यह हमारे शरीर के पोषक तत्वों को खा जाते हैं जिससे बच्चे एनीमिया (खून की कमी ) के शिकार हो जाते हैं l इसलिए हमें अपने बच्चों को छह माह के अंतर पर चलने वाले अभियान के दौरान पेट से कीड़े निकालने की दवा जरूर खिलानी चाहिए l
सीएमओ ने बताया कि इस अभियान का शुभारंभ बढ़पुर ब्लॉक के अंर्तगत आने वाले प्राइमरी विद्यालय विजाधरपुर में जिलाधिकारी संजय सिंह द्वारा किया जाएगा l

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी और राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ दलवीर सिंह ने बताया कि एल्बेंडाजोल की गोली चबाकर खानी है। एक से दो वर्ष तक के बच्चों को 200 मिग्रा, यानि आधी गोली पीसकर और 2 से 3 वर्ष तक के बच्चों को 400 मिग्रा यानि पूरी गोली पीसकर खानी है l 3 से 19 वर्ष तक के बच्चों व किशोरों को 400 मिग्रा, यानि पूरी गोली चबाकर खानी है।
टीम दवा अपने सामने खिलाएगी। किसी भी बच्चे या परिजन को बाद में खाने के लिए नहीं दी जाएगी। उन्होंने बताया कि सर्दी, खांसी, बुखार व सांस लेने में तकलीफ होने पर दवा नहीं दी जाएगी। यदि बच्चे या परिवार के सदस्य को कोविड संक्रमण है तो क्वारंटीन अवधि समाप्त होने के बाद ही दवा खिलाई जाएगी।
एसीएमओ ने बताया कि अभियान के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। आंगनबाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत एक से पांच वर्ष तक के बच्चों और छह से 19 वर्ष तक के स्कूल न जाने वाले बच्चों और घूमंतु व ईट भट्ठों पर काम करने वाले श्रमिकों को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के माध्यम से , इसके अलावा छह से 19 वर्ष तक के स्कूल जाने वाले बच्चों को शिक्षकों के माध्यम से और किशोर जुबेनाइल होम में प्रभारी अधीक्षक के माध्यम से पेट के कीड़े निकालने वाली दवा खिलाई जाएगी।
राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के जनपद सलाहकार चंदन यादव ने बताया कि पिछले वर्ष जुलाई माह में चले अभियान के दौरान 48 प्रतिशत बच्चों ने ही इस दवा का सेवन किया था l इस बार सभी 9,07,820 बच्चों को दवा खिलाने का भरसक प्रयास किया जायेगा l
चंदन ने बताया कि जिले में 1752 आंगनवाड़ी केन्द्र, 1593 प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय, 76 इंटर कॉलेज,180 मदरसा और 1274 निजी स्कूलों और कालेजों में पंजीकृत बच्चों को पेट के कीड़े निकालने की दवा खिलाई जायेगी l
चंदन ने बताया कि बढ़पुर ब्लॉक के अंर्तगत 73,744, कायमगंज में 1,29,895, कमालगंज में 1,40,990, मोहम्दाबाद में 1,36,800, नवाबगंज में 79,723, राजेपुर में 89,657, शमसाबाद में 1,11,119 और शहरी क्षेत्र में 1,45,862 बच्चों को पेट से कीड़े निकालने की दवा खिलाई जायेगी l