फर्रुखाबाद, 16 दिसम्बर 2022 “राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम” के अन्तर्गत शुक्रवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी सभागार में स्टेक होल्डर के साथ प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित हुई| इस दौरान सिगरेट और अन्य तम्बाकू उत्पाद अधिनियम,2003 ( कोटपा) के बारे में प्रशिक्षित किया गया| तम्बाकू मुक्त जिला अभियान को सफल बनाने में उनसे सहयोग की अपील की गयी|
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ रंजन गौतम ने तम्बाकू सेवन से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में बताया कि हर वर्ष लगभग नौ लाख भारतीय तम्बाकू सेवन के कारण जान गंवाते हैं जो क्षय रोग, एचआईवी/एड्स एवं मलेरिया से होने वाली मौतों से अधिक है। इसलिए इसको रोकने के लिए हम सभी को मिलकर तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम को सफल बनाने में अपने अधिकारों एवं कर्तव्यों का पालन करना होगा ।
डॉ रंजन ने कहा कि धूम्रपान करने वाला व्यक्ति न केवल अपने जीवन के साथ बल्कि अपने परिवार व समाज के लिए भी कैंसर का खतरा पैदा करता है। इसलिए हम सभी को तम्बाकू से बने उत्पादों को छोड़ना हितकर रहेगा और साथ ही समाज को इनसे होने बाले खतरों से आगाह करना होगा |
तम्बाकू निंयत्रण कार्यक्रम के जनपद सलाहकार सूरज दुबे ने बताया कि धूम्रपान हमारे शरीर के लिए बहुत ही घातक है | सभी प्रकार के तम्बाकू उत्पादों पर लिखा होता है कि तम्बाकू के सेवन से कैंसर होता है फिर भी लोग जानकर भी अनजान बने रहते है| तम्बाकू ने कई हँसते खेलते परिवारों को बर्बाद कर दिया है, इसलिए हम सभी को इस ओर अधिक ध्यान देने की जरुरत है | उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थानों के निकट कम आयु के बच्चों को तंबाकू उत्पादन बेचने वालों तथा सार्वजनिक जगहों पर इसका सेवन करने वालों के विरुद्ध पुलिस अधिकारियों को कठोर कार्रवाई करनी चाहिए। तंबाकू के प्रयोग पर लगाम लगाना चाहिये |
प्रशिक्षण के दौरान राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के साइकोलाजिस्ट अमित सिसोदिया सहित अन्य लोग मौजूद रहे|