मैनपुरी उपचुनाव प्रत्याशियों के लिए है सबसे बड़ा इम्तिहान

मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद मैनपुरी लोकसभा सीट पर उपचुनाव हो रहा है। पांच दिसंबर को उपचुनाव के लिए मतदान होना है। वैसे तो छह प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला सपा प्रत्याशी डिंपल यादव और भाजपा प्रत्याशी रघुराज सिंह शाक्य के बीच है। इन दोनों ही प्रत्याशियों की मैनपुरी के रण में ये पहला चुनावी इम्तिहान है। मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र में पांच विधानसभा सीटें शमिल हैं। इसमें मैनपुरी जिले की मैनपुरी सदर सीट, भोगांव, किशनी और करहल के साथ ही इटावा जिले की जसवंतनगर सीट भी शामिल है। अप्रैल में हुए विधानसभा चुनाव में इन सीटों से जीतकर आए विधायकों के लिए ये उपचुनाव अग्निपरीक्षा से कम नहीं है। मैनपुरी सदर सीट से भाजपा विधायक जयवीर सिंह योगी मंत्रिमंडल में मंत्री हैं तो वहीं भोगांव से भी भाजपा के रामनरेश अग्निहोत्री जीते थे। इसके अलावा किशनी से सपा के टिकट पर ब्रजेश कठेरिया, करहल सीट से खुद सपा प्रमुख अखिलेश यादव और जसवंतनगर सीट से प्रसपा प्रमुख शिवपाल सिंह यादव विधायक हैं। सपा जहां मैनपुरी सदर सीट पर आगे निकलने के लिए पूरा प्रयास कर रही है तो वहीं भाजपा का मुख्य फोकस करहल पर है। दरअसल मैनपुरी सदर सीट से भाजपा के विधायक जयवीर सिंह पर्यटन मंत्री हैं। वहीं करहल से खुद सपा प्रमुख अखिलेश यादव विधायक हैं, जो विधानसभा में नेता विरोधी दल भी हैं। ऐसे में इन दोनों सीटों पर माननीयों की प्रतिष्ठा दांव पर हैं।