गौतमबुद्ध नगर : उत्तर प्रदेश सरकार ने दो बड़े प्रोजेक्टों किया रास्ता साफ, भूमाफियाओं और कॉलोनाइजरों को पटखनी- टप्पल नगर पंचायत खत्म करके यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी में उसके एरिया को समाहित कर दिया है। इस फैसले से जहां एक तरफ जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को बड़ा फायदा होगा तो दूसरी ओर इस इलाके में सक्रिय भूमाफिया, प्रॉपर्टी डीलर और कॉलोनाइजर टाइप के लोगों को बड़ा नुकसान हुआ है। दरअसल, टप्पल-बाजना नगर पंचायत का एरिया यमुना एक्सप्रेस-वे अथॉरिटी के अधिसूचित एरिया में शामिल होने के बाद दो बड़े प्रॉजेक्ट लॉजिस्टिक हब और वेयर हाउसिंग स्कीम का रास्ता साफ हो गया है। इस इलाके को चार चांद लग गए हैं।
अथॉरिटी से मिली जानकारी के मुताबिक लॉजिस्टिक हब और वेयर हाउसिंग प्रॉजेक्ट के लिए जल्दी स्कीम निकालने की तैयारी चल रही हैं। टप्पल-बाजना में यमुना एक्सप्रेस-वे के किनारे 8 हजार हेक्टेयर जमीन पर लॉजिस्टिक पार्क और वैयर हाउसिंग का निर्माण करवाएगी। यमुना एक्सप्रेसवे अथॉरिटी के सीईओ डॉ.अरुणवीर सिंह ने बताया कि टप्पल में लॉजिस्टिक पार्क बनाने के लिए फिजिबिल्टी स्टडी और डीपीआर तैयार हो रही है। बिड समिति की बैठक 16 सिंतबर 2022 को हो चुकी है। दो कंपनी डीपीआर और फिजिबिल्टी रिपोर्ट तैयार करने में लगी हैं।
यमुना अथॉरिटी के अधिसूचित एरिया में टप्पल और बाजना में नगर पंचायत से एनओसी लेकर कॉलोनी काट रहे कॉलोनाईजरों को बड़ा झटका लगा है। शासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए टप्पल और बाजना नगर पंचायत में पड़ने वाले एरिया को यमुना एक्सप्रसे-वे अथॉरिटी के अधिसूचित एरिया में शामिल कर दिया है। दिल्ली, नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गुरूग्राम समेत कई मेट्रो सिटी के कॉलोनाईजर और बिल्डरों ने मिलकर यहां कॉलोनी काटी हैं। इसके बाद बिल्डर और कॉलोनाईजर इस जमीन पर नगर पंचायत टप्पल से एनओसी लेकर प्रॉजेक्ट बना रहे थे। जैसे ही इसकी जानकारी यमुना अथॉरिटी को लगी तो अथॉरिटी ने इसका शासन में विरोध किया। यह जमीन यमुना एक्सप्रेस-वे के पास है
यमुना अथॉरिटी ने शासन को बताया कि टप्पल में 500 हेक्टेयर जमीन जेपी समूह को यमुना एक्सप्रेस-वे के निर्माण की एवज में दी गई है। वहीं, टप्पल और बाजना के पास यमुना अथॉरिटी के मास्टर प्लान फेज-2 में एक अर्बन सेंटर घोषित किया जा चुका है। दिसंबर 2020 को टप्पल नगर पंचायत का गठन किया गया है। जबकि यह एरिया साल 2001 से यमुना अथॉरिटी में अधिसूचित है। टप्पल नगर पंचायत की ओर से इस मामले को लेकर यमुना अथॉरिटी के साथ कोई पत्राचार तक नहीं किया है। इतना ही नहीं यहां नगर पंचायत का गठन करते वक्त यमुना अथॉरिटी से शासन कोई पत्राचार नहीं किया था।