पीलीभीत जिलाधिकारी पुलकित खरे द्वारा कस्तूरवा गांधी आवासीय विद्यालय, उच्च प्राथमिक विद्यालय, निर्माणाधीन छात्रावास ईंटगांव, विकासखण्ड बिलसण्डा, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बिलसण्डा, नगर पंचायत बिलसण्डा, का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी द्वारा कक्षाओं में पहुंचकर शिक्षा की गुणवत्ता की जांच की गई और बच्चों से कहा कि पढ़ाये गये पाठों को एक बार पुनः अभ्यास कर लें। कस्तूरबा गांधी विद्यालय के प्रधानाचार्य को निर्देशित किया गया कि पिछले माह में जो भी विषय पढ़ाये गये उनका अगले माह की 01 तारीख को टेस्ट अवश्य ले लें। कस्तूरबा गांधी विद्यालय के छात्रावास के निरीक्षण के दौरान एक कक्ष में एलईडी लगी पाई गई। जिलाधिकारी द्वारा प्रधानाचार्य को निर्देशित किया गया कि अन्य कक्ष में भी एलईडी लगाई जाये तथा जनरेटर के सिलेंसर को बदला जाये। जिलाधिकारी द्वारा रसोई घर देखा गया और भोजन की गुणवत्ता देखी गई। विद्यालय में पंजीकृत छात्राओं के रजिस्टर की जांच की गई व विद्यालय में रिक्त पदो ंके सम्बन्ध में जानकारी ली गई तथा परिसर में झूले लगवाने के निर्देश दिये गये।
उच्च प्राथमिक विद्यालय ईंटगांव के निरीक्षण के दौरान उपस्थिति रजिस्टर, खेल रजिस्टर, पुस्तकालय की जांच की गई। हैण्डवाश हेतु लगी टंकियों में पानी न आने व शौचालय जर्जर अवस्था में पाये जाने पर कडी नाराजगी व्यक्त की गई। शौचालय को ठीक कराने हेतु खण्ड विकास अधिकारी को निर्देश दिये गये। विद्यालय में मानक के अनुरूप कार्य न पाये जाने पर वर्तमान सचिव व पूर्व सचिव पंकज शर्मा एवं विद्यालय के अध्यापक सूरज पाल को निम्बलित करने के निर्देश दिये गये। इसके साथ ही साथ निर्माणाधीन छात्रावास के कार्यों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी द्वारा ईंट व मसाले की गुणवत्ता की जांच की गई।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बिलसण्डा के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी द्वारा मरीज पंजीकरण रजिस्टर को देखा गया। जिलाधिकारी द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र प्रभारी से जानकारी ली गई की अब कितनी आशाओं को स्मार्टफोन वितरित किये जा चुके है उनके द्वारा आयुष्मान कार्ड जारी करने के समबन्ध में जानकारी ली गई। इस दौरान जिलाधिकारी ईंटगांव में पी0एस0पी0 में डाक्टर की नियुक्ति न होने पर मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये गये कि वहां पर डॉक्टर की नियुक्ति की जाये। निरीक्षण के दौरान डेन्टलचेयर खराब पाये जाने पर चेयर को ठीक कराने के निर्देश दिये गये। जिलाधिकारी द्वारा औषधि कक्ष का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान स्टाक रजिस्टर से दवाईओं का मिलान किया गया दवाईयां उपलब्ध पाई गई। जिलाधिकारी द्वारा सामुदायिक प्रभारी को निर्देश दिये गये कि केन्द्र में एलईडी के माध्यम से सरकार की योजनाओं का डिस्पले किया जाये तथा केन्द्र पर प्रसव के सम्बन्ध में जानकारी ली गई। जिलाधिकारी द्वारा डीसीपी को निर्देश दिये गये कि मातृत्व वन्दना योजना, जननी सुरक्षा योजना, कन्या समंगला योजना के फार्म भरने के निर्देश दिये गये।
विकासखण्ड बिलसण्डा के निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी को प्रवेश द्वार पर सरकार की योजनाओं की प्लैक्सी लगवाने के निर्देश दिये गये। निरीक्षण के कैशियर कम स्टोर कीपर रूम व आईजीआरएस सन्दर्भ का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी द्वारा ग्रान्ट रजिस्टर व कार्ययोजना रजिस्टर को चेक किया गया। जिलाधिकारी द्वारा खण्ड विकास अधिकारी को निर्देशित किया गया वर्तमान में चल रहे कार्यो की सूची लगाने के निर्देश दिये गये। प्रभारी एडीओ पंचायत द्वारा अपने पदेन दायित्वों का निर्वाहन ठीक ढंग से न करने पर निलम्बन की कार्यवाही की गई तथा परिसर की खाली पडी भूमि को डवलपमेंट करने के निर्देश दिये गये तथा निष्प्रोज्य पडी सामाग्री की सूची तैयार कर नीलामी करने के निर्देश दिये गये।
नगर पंचायत बिलसण्डा के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी द्वारा स्टाफ रजिस्टर की जांच की गई। ईओ द्वारा बताया गया 31 स्टाफ आउटसोर्सिंग व 15 स्टाफ परमामेंट है। जिलाधिकारी द्वारा कम्प्यूटर कक्ष में आईजीआरएस प्रकरणों की जांच की गई तथा सेवा निवृत्त पेंशन प्रकरणों की जांच की गई। जिलाधिकारी द्वारा पं0 दीनदयाल उपाध्याय योजना के कार्यों की पत्रावली की जांच की गई। जांच के दौरान ईओ द्वारा अवगत कराया गया कि 26 कार्यो में से 06 कार्यों पर रोक लगाई है 20 कार्य पूर्ण हैं। जिलाधिकारी द्वारा पूर्ण कार्यो का निरीक्षण करने के निर्देश दिये गये। ईओ द्वारा अवगत कराया गया कि नगर पंचायत की 10 दुकाने हैं सभी दुकाने किराये पर दी गई जिसमें से माह अगस्त में 01 दुकान का किराया प्राप्त हो चुका है अबशेष दुकानों का किराया बकाया है तथा ग्रहकर से एक घर का 1100 रू0 जमा किया गया है। जिलाधिकारी द्वारा आवास पत्रावली व शौचालय पत्रावली मांगे जाने पर सम्बन्धित लिपिक द्वारा न उपलब्ध कराने पर कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
जिलाधिकारी द्वारा अमृत सरोवर बमरौली के महुआ ताल का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी द्वारा अमृत सरोवर पर बेंच, पेयजल, लाईट व्यवस्था, इण्टर लॉकिंग, चेंजिग रूम व शौचालय बनाने के निर्देश दिये गये तथा अमृत सरोवर के दोनों तरफ सीढियों के निर्माण कराये जाने हेतु सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया गया। जिलाधिकारी द्वारा पर्यटन अधिकारी को निर्देशित किया गया परिसर में एक वाटिका विकसित करने के निर्देश दिये गये। इसके साथ ही साथ जिलाधिकारी द्वारा ईंटगांव से बमरौली सड़क मार्ग के चौडीकरण व सुदृढीकरण के कार्यों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान अधिशासी अभियन्ता द्वारा बताया गया कि सड़क के चौडीकरण हेतु दोनों तरफ से 02-02 मीटर की चौडाई बढाई जा रही है। जिलाधिकारी द्वारा अधिशासी अभियन्ता को निर्देशित किया गया कि सड़क के कार्यों को माह नवम्बर तक पूर्ण करने के निर्देश दिये गये।
जिलाधिकारी द्वारा अमृत सरोवर लिलहर का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान मा0 विधायक बीसलपुर जी द्वारा अवगत कराया गया कि तालाब में गन्दा पानी आता है जिससे तालाब का जल दूषित होता है। उक्त नाले का संज्ञान लेते हुये जिलाधिकारी द्वारा सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि चकरोड के किनारे किनारे गन्दे पानी के नाले की खुदाई कर निर्माण कराया जाये जिससे की गन्दा पानी तालाब में न जाने पाये। लिलहर अमृत सरोवर के सौन्दर्यीकरण के कार्यों हेतु मा0 विधायक बीसलपुर जी द्वारा 25 लाख की धनराशि व ट्यूवबेल देने का आश्वासन दिया गया जिलाधिकारी द्वारा तालाब के पैमाइश कराने के निर्देश दिये गये। अमृत सरोवर पर बेंच, पेयजल, पथवें का निर्माण व लाईट व्यवस्था कराने के निर्देश दिये गये। इसके साथ ही साथ जिलाधिकारी द्वारा अमृत सरोवर इलावॉस देवल का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी द्वारा मनरेगा के माध्यम से तालाब के कार्यों कराने के निर्देश दिये गये।
इस दौरान मा0 विधायक बीसलपुर श्री विवके कुमार वर्मा, मा0 पूर्व विधायक श्री रामसरन वर्मा, अधिशासी अभियन्ता आरईएस, पर्यटन अधिकारी, डीसी मनरेगा, खण्ड विकास अधिकारी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
सवांददाता: रामगोपाल कुशवाहा