चिकित्साधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि लम्पी चर्म रोग एक वायरस है जो मुख्यतः गौवंश में पाया जाता है। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि 432 ग्रामों के सापेक्ष 200 ग्रामों में टीकाकरण का कार्य करा लिया गया, जिसमें 20700 पशुओं का टीकाकरण किया जा चुका है। जिलाधिकारी द्वारा मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया गया ग्रामों में लम्पी चर्म रोग के प्रति पंचायत सहायक व ग्राम प्रधानों के माध्यम से लोगों को जागरूक करें और अपने अपने पशुओं का टीकाकरण कैम्प में अवश्य करायें। जिलाधिकारी द्वारा मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया गया कि प्रतिदिन टीमों के द्वारा किये गये टीकाकरण की रिपोर्ट शाम तक उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने कहा कि लोगों को जागरूक किया जाये कि मृतक पशु को जमीन में गहरा गढ्ढा खोद दबा दिया जाये जिससे की अन्य गौवंशों में यह बीमारी न फैले। बैठक में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया गया कि गौशालाओं में दवाईयों का छिडकाव कराया जाये और बीमार गौवंशों को अन्य गौवंशों से दूर रखा जाये तथा साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाये। उन्होंने कहा कि गौवंशों में वायरस के लक्षण पाये जाने पर तुरन्त उसका उपचार कराया जाये। उक्त कार्य हेतु जनपद स्तरीय कन्ट्रोल रूम नं0 05882297820 स्थापित किया गया जिस पर तुरन्त सूचना दे सकते है। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी मो0नं0 8439191827 व टोल फ्री नं0 18001805141 पर भी सूचना दें सकते है।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी, जिला विकास अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।