फर्रुखाबाद : पुरुष नसबंदी सरल और सहज होती है इसको कराने से कोई भी परेशानी नहीं होती है इसी को देखते हुए शनिवार को सिविल अस्पताल लिंजीगंज में एक पुरुष ने अपनी नसबंदी कराई l इस दौरान मौजूद सदर विधायक सुनील दत्त दुबे ने एएनएम रोजी को प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित करते हुए कहा कि आज भी लोग पुरुष नसबंदी को सही नहीं मानते है लेकीन कुछ लोग ऐसे होते हैं जो समाज से ऊपर उठकर अपने परिवार के बारे में सोचते हैं l
पिपरगांव के रहने वाले 40 वर्षीय काल्पनिक नाम अरुण कुमार ने कहा कि मेरी पत्नी का स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता मेरे 6 बच्चे हैं मुझे नसबंदी कराने से डर लगता था l मुझे कई बार आशा नीलम और एएनएम दीदी रोजी ने परिवार नियोजन के साधनों के बारे में समझाया पर मेरी समझ मे नहीं आया l मेरी आमदनी का जरिया भी कम है मैं मजदूरी करके अपने परिवार का पालन पोषण करता l
एक दिन एएनएम दीदी मेरे घर आईं और मुझे और मेरी पत्नी को समझाया कि पुरुष नसबंदी कराने से आपकी शादी शुदा जिंदगी पर कोई असर नहीं पड़ेगा l आप सभी काम वैसे ही करोगे जैसा अभी तक करते रहे l मैने अपनी नसबंदी कराने का फैसला किया तो मेरी पत्नी ने मना किया लेकिन फिर वो मान गई l आज मैने एएनएम दीदी के साथ आकर अपनी नसबंदी करा ली l मुझे पता भी नहीं चला कि कब नसबंदी हो गई l
अरुण कहते हैं कि सिविल अस्पताल आने पर मुझे डॉ आरिफ़ द्वारा बताया गया कि चंद मिनट में नसबंदी हो जाती है और नसबंदी कराने के बाद किसी यौन क्षमता पर कोई भी प्रतिकूल असर नहीं पड़ता है। मन में मेरे जो भी भ्रांतियां थी वह भी डॉ आरिफ़ के द्वारा दूर कर दी गई।
अरुण ने कहा कि समाज में इस मिथक को तोड़ना जरूरी है कि परिवार नियोजन संसाधन सिर्फ और सिर्फ महिलाओं के लिए ही सुविधाजनक है पुरुषों के लिए नहीं। इसीलिए मैं कहना चाहूंगा मैंने पुरुष नसबंदी कराने के बाद अपने अंदर किसी भी तरह का कोई भी प्रतिकूल प्रभाव अनुभव नहीं किया है।मैं सभी से अनुरोध करूंगा जिन लोगों का परिवार पूरा हो चुका है वह किसी झिझक या भ्रांति के कारण पुरुष नसबंदी नहीं करवा रहे हैं वह अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाकर एक बार परिवार नियोजन परामर्शदाता और विशेषज्ञ डॉक्टरों से इस संदर्भ में खुलकर बात करें जिससे उनकी सभी भ्रांतियां दूर होंगी और वह मानसिक रूप से परिवार नियोजन के स्थायी संसाधनों को अपनाने के लिए तैयार हो पाएंगे।
परिवार नियोजन के नोडल डॉ रंजन गौतम का कहना है कि पुरुष नसबंदी अत्यंत सरल और सुरक्षित है अरुण जैसे व्यक्ति कि मैं सराहना करता हूं। जिन्होंने अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए नसबंदी कराई और मैं अन्य लोगों से भी कहना चाहता हूं जिनका परिवार पूरा हो चुका है अगर वह अपनी स्वेच्छा से नसबंदी कराना चाहते हैं तो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर आकर संपर्क करें।
परिवार नियोजन व लॉजिस्टिक प्रबंधक विनोद कुमार ने बताया कि जनपद में 2021-22 में 3 पुरुषों ने नसबंदी करवाई है। इस वित्तीय वर्ष में अभी दो पुरूष नसबंदी हुई है lपुरूष नसबंदी कराने वाले व्यक्ति को क्षतिपूर्ति राशि 3000 रु तथा प्रेरक को 400 रू की धनराशि प्रदान की जाती है।
इस दौरान सदर विधायक पत्नी अनीता, निष्ठा श्रीवास्तव, डीपीएम कंचन बाला ,डीसीपीएम रणविजय प्रताप सिंह टीएसयू से रिजवान अली , आशा नीलम आदि उपस्थित रहे l