श्रीलंका ने ऑस्ट्रेलिया को दूसरे और आखिरी टेस्ट में हरा दिया। इसके बाद विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की अंक तालिका में वह तीसरे स्थान पर पहुंच गए हैं। इसके अलावा दूसरे टेस्ट को हारने के बाद ऑस्ट्रेलिया की टीम अंक तालिका में पहले स्थान से खिसक गई है। श्रीलंका के पास अंक तालिका में फिलहाल 54.17 फीसदी अंक हैं। अगर वह फाइनल में पहुंचना चाहते हैं तो उन्हें और अंक बटोरने पड़ेंगे।
श्रीलंका की टीम को इस डब्ल्यूटीसी चक्र में चार और टेस्ट मैच खेलने हैं। घरेलू धरती पर ही वह पाकिस्तान के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेंगे, जो 16 जुलाई से शुरू हो रही है। अगर वह फाइनल में पहुंचने के प्रबल दावेदार बनना चाहते हैं तो उन्हें पाकिस्तान को 2-0 से हराना होगा। इसके अलावा उन्हें दो मैच न्यूजीलैंड के साथ भी खेलने हैं। उन्हें वहां कम से कम एक टेस्ट जीतना होगा। इसके बाद उनके पास 61.11 फ़ीसदी अंक होंगे।
भारत पिछले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में उपविजेता था। हालांकि, अभी वह अंक तालिका में पांचवें स्थान पर है। उन्हें आगे दो टेस्ट बांग्लादेश के साथ खेलने हैं और चार टेस्ट ऑस्ट्रेलिया के साथ खेलने हैं। अगर वह सभी टेस्ट जीतते हैं तो उनका जीत प्रतिशत अंक 68.05 फीसदी हो जाएंगे। ऐसा होने से वह फाइनल तक पहुंच सकते हैं। अगर इन यह छह टेस्ट में से एक भी हारते हैं तो उनका जीत प्रतिशत 62.05 फ़ीसदी हो जाएगा। इसके बाद उन्हें दूसरे टीमें को परिणाम पर निर्भर होना पड़ेगा।
अंक तालिका में 71.43 फ़ीसदी अंकों के साथ साउथ अफ्रीका की टीम टॉप पर है और 70 अंकों के साथ ऑस्ट्रेलिया दूसरे नंबर पर है। दूसरा टेस्ट हारने के बाद भले ही ऑस्ट्रेलिया दूसरे स्थान पर पहुंच गया है, लेकिन अंक तालिका में वह अभी भी मजबूत स्थिति में है। अगर घरेलू धरती पर होने वाले बाकी के पांच टेस्ट मैच वह जीत जाते हैं तो वह 65 फीसदी अंकों के साथ इस डब्ल्यूटीसी चक्र को समाप्त करेंगे। ऐसे में भारत में होने वाले चार टेस्ट मैच जीतें या हारें, उससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा। उनके पास 65 फीसदी अंक ही रहेंगे। अगर वह घरेलू धरती पर एक भी मैच हार जाते हैं तो उन्हें भारत में कम से कम एक टेस्ट जीतना होगा। तभी वह 65 फीसदी अंक को बरकरार रख पाएंगे।
जैसा कि उल्लेख किया गया है श्रीलंका को फाइनल की रेस में बने रहने के लिए 2-0 से जीत की आवश्यकता है। पाकिस्तान वर्तमान में अंक तालिका में चौथे स्थान पर है। अगर वह उस सीरीज को 2-0 से जीत जाता है तो उनका अंक प्रतिशत बढ़कर 62.96 हो जाएगा। फिर उन्हें अपने पांच घरेलू टेस्ट मैचों में से तीन में जीत हासिल करनी होगी और दो मैच ड्रॉ कराने होंगे। तब उनकी टीम 65 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल करने में सफल हो पाएगी। अगर वे श्रीलंका के खिलाफ 1-1 से ड्रा करते हैं, तो उन्हें चार घरेलू टेस्ट जीतने होंगे, जबकि 0-2 से हारने के बाद उन्हें घरेलू धरती पर सारे मैच जीतने होंगे।
साउथ अफ्रीका के लिए 17 अगस्त से शुरू होने वाली सीरीज टीम के लिए एक बड़ी सीरीज है। उनकी टीम को उसके बाद ऑस्ट्रेलिया में भी टेस्ट सीरीज खेलनी है। अगर वे 2-1 से सीरीज जीतते हैं तो उनके पास 70 फीसदी अंक होंगे, जिसका अर्थ है कि ऑस्ट्रेलिया में अगर वे 1-2 से श्रृंखला हार भी जाते हैं तो वे 64 प्रतिशत अंक तक पहुंच सकते हैं।