पीलीभीत : जिलाधिकारी द्वारा प्रदेश की सहकारी गन्ना विकास समितियों एवं सहकारी चीनी मिल समितियों के अंशधारक कृषक सदस्यो को वितरित किये गये अंश प्रमाण पत्र।

मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ द्वारा प्रदेश के 40 जनपदों के 50.10 लाख कृषकों को लोकभवन लखनऊ में अंश प्रमाण पत्र वितरित किये गये। कार्यक्रम का सजीव प्रसारण गांधी सभागार में जनपद की सहकारी गन्ना समितियों के 100 गन्ना कृषकों के समक्ष सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अंश प्रमाण पत्र प्राप्त करने से किसानों को एहसास होगा कि चीनी मिल में उनका भी योगदान है। उन्होंने कहा कि भविष्य में चीनी मिल के लाभान्श में उन्हें भी बोनस प्राप्त किया गया। पिछले 05 वर्षों में गन्ना किसानों का एक लाख सतहत्तर हजार करोड रूपये का भुगतान किया गया है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार बायोफ्यूल सम्बन्धी नये नये उद्योग स्थापना के प्रस्ताव ला रही है। इससे पेट्रोल और डीजल पर निर्भरता कम होगी। ईंधन के दाम कम होगे। उन्होंने कहा कि मुण्डेरवा चीनी मिल सल्फरलेस चीनी बना रही है तथा एथेनॉल का उत्पादन भी रहा है, जिससे पेट्रोल में मिलाकर ईंधन चलाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि 2017 में सरकार बनने के साथ ही 86 लाख लघु एवं सीमान्त किसानों का ऋण माफ किया गया था। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के अन्तर्गत प्रत्येक वर्ष 6000 रूपये किसान के खाते में सीधे भेजे जा रहे हैं। किसानों की आय डेढ़ गुना बढ़ाने के लिए कृषि विविधीकरण को बढ़ावा दिया जा रहा है।
उक्त के क्रम में जनपद स्तर पर आयोजित कार्यक्रम में जिलाधिकारी श्री पुलकित खरे द्वारा सदस्य कृषकों को अंश प्रमाण पत्र वितरित किये गये। जिसमें श्रीमती अलका देवी, दुर्गा प्रसाद, गंगाराम, हरदीप सिंह, गुरजीत सिंह, राकेश, रामचन्द्र, रमेशचन्द्र अजय पाल आदि को अंश प्रमाण पत्र वितरित किये गये। उन्होंने कहा कि कृषक हित में उत्तर प्रदेश सरकार व गन्ना विभाग द्वारा किये गये अनेकानेक निर्णायक प्रयासों की चर्चा करते हुए जिलाधिकारी ने आगे भी सतत् बढ़त रहने का संकल्प व्यक्त किया गया।
कार्यक्रम में जिला गन्ना अधिकारी, गन्ना विभाग के अधिकारीगण व कृषक बन्धु उपस्थित रहे।