शारदा नदी पर बाढ़ कटान को लेकर पक्की ठोकरों का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर जारी है जिसको लेकर बरसात का मौसम नजदीक है। वहीं कब तेज बारिश हो जाए और नदी का जलस्तर कब बढ़ जाए कब कोई पता नहीं इसी को लेकर मजदूरों की संख्या लगातार बढ़ाई जा रही है जिससे कार्य जल्दी पूर्ण हो सके जल स्तर बढ़ने पर कार्य बाधित ना हो पाए और कार्य पूर्ण किए जा सके। वही क्षेत्रीय ग्राम प्रधान आसपास की आबादी के लोग नदी के किनारे तैयार की जा रही पक्की ठोकरें जल्द तैयार हो जाएंगे और उनको बाढ़ के दिनों में मुसीबतों का सामना नहीं करना पड़ेगा इसके लिए मौके पर बाढ़ खंड के ध्रुव नारायन शुक्ला सहायक अभियंता और दिलीप कुमार वर्मा अवर अभियंता लगातार ठोकर निर्माण कार्य को लेकर नजर बनाए हुए हैं और नदी किनारे मौके पर मौजूद रहकर कार्य को तेजी से पूर्ण कराने में लगे हुए हैं। सहायक अभियंता ध्रुव नारायन शुक्ला ने जानकारी लेने पर बताया कि ठोकर निर्माण कार्य जमीनी स्तर के 70 प्रतिशत पूर्ण कर लिए गए हैं और बोल्डर पिचिंग अपर लियर होना बाकी है जिसको जल्द ही पूर्ण कराए जाने के प्रयास युद्ध स्तर पर दिन और रात्रि कालीन भी जारी है ताकि नदी में बाढ़ आने से पूर्व ही पूरा किया जा सके। वहीं पिछले बर्ष आई नदी में तेज बाढ़ के चलते नदी किनारे बने बांध की पटरी बाढ़ में कटकर नदी में समा गई थी जिसको लेकर नगरिया खुर्द कला, कंजिया सिंहपुर, रमनगरा, मटैया लालपुर सहित शारदा सागर बांध पर भी खतरा मंडराने लगा था जिसको लेकर इस वर्ष नदी में बाढ़ आने से पूर्व ही सहायक अभियंता व अवर अभियंता और तेजतर्रार ठेकेदार की सूझबूझ से कार्य को जल्द ही पूर्ण कराने की बात कही जा रही है। वही उच्चाधिकारियों द्वारा प्राप्त जानकारी के मुताबिक नदी पर लगभग 5 करोड़ रुपए की लागत से कार्य कराया जा रहा है जिससे क्षेत्र की आबादी को मजबूती से बाढ़ दौरान नदी कटान से निजात मिल सके।
सवांददाता: रामगोपाल कुशवाहा