फर्रुखाबाद: 23 मई 2022 मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए जिले में एक मई से ‘ एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर’ अभियान चलाया जा रहा है । मातृ स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत चलने वाले इस अभियान में गर्भावस्था और प्रसवोपरांत महिलाओं के पोषण पर विशेष जोर दिया जा रहा है । अभियान के तहत आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर गर्भवती और धात्री महिलाओं को चिन्हित कर सूचीबद्ध कर रहीं हैं, ताकि सेहत को लेकर उनका फालोअप किया जा सके l
इस बारे में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी आरसीएच के नोडल डॉ दलवीर सिंह ने कहा कि 31 मई तक चलने वाले अभियान में प्रत्येक गर्भवती व धात्री महिलाओं तक आयरन, कैल्शियम व फोलिक एसिड की उपलब्धता और दवाओं का सेवन सुनिश्चित करने का कार्य किया जा रहा है । इसके साथ ही प्रसव पूर्व जांच तथा समय से आयरन की गोलियों के सेवन के लिए भी जागरूक किया जा रहा है ।
डॉ सिंह ने बताया कि 24 मई तक गर्भवती और धात्री पर विशेष ध्यान दिया जायेगा । 25 से 31 मई तक छूटे हुए लाभार्थियों के लिए मापअप सप्ताह मनाया जाएगा और आवश्यक सेवाएँ प्रदान की जाएगी।
जिला मातृ स्वास्थ्य परामर्शदाता अतुल गुप्ता ने बताया कि एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर’ अभियान के तहत मिलने वाली सेवा सभी स्वास्थ्य इकाईयों, ओपीडी और आईडीपी, छाया ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस (छायावीएचएसएनडी),पीएमएसएमए (प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान) तथा पीएमएसएमए (प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान) प्लस एंव मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला के माध्यम से भी दी जा रहीं हैं।
अतुल ने बताया कि 1 मई से चले अभियान के दौरान अब तक 23252 गर्भवती महिलाओं का रजिस्ट्रेशन ई कवच एप पर किया जा चुका है साथ ही उनको स्वास्थ्य संबंधी सेवाएं भी दी गईं l
इन केन्द्रों के माध्यम से मिल रहीं हैं सेवाएँ
• सभी स्वास्थ्य इकाईयों पर ओपीडी और आईडीपी के माध्यम से
• छाया ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस के माध्यम से
• पीएमएसएमए तथा पीएमएसएमए प्लस के माध्यम से
• मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला के माध्यम से
क्या है ई कवच
स्वास्थ्य विभाग ने नियमित टीकाकरण की निगरानी करने के लिए ई-कवच एप जारी किया है। इस एप से बच्चों और गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण की निगरानी हो रही है। एप आशा कार्यकर्ता व एएनएम के मोबाइल मेें अपलोड है जिससे टीकाकरण या गृह भ्रमण के दौरान उनको मिलने वाली सुविधाओं की ऑनलाइन फीडिंग की जा रही है।
बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए चलाए जा रहे नियमित टीकाकरण का जिम्मा एएनएम के पास रहता है। टीकाकरण में मैनुअल रिपोर्ट एएनएम के माध्यम से दी जाती है, जो ब्लॉक से जिला मुख्यालय और राज्य स्तर पर देरी से पहुंचती हैं।
इसलिए सरकार द्धारा
इस एप को लॉन्च किया गया था इसमें लाभार्थी का नाम, पता और मोबाइल नंबर सहित पूरा ब्योरा मौके पर ही ऑनलाइन भरा जा रहा है। इससे तत्काल पूरा विवरण जिला और राज्य स्तर पर पहुंच रहा है। जिससे गर्भवती महिलाओं और बच्चों को मिलने वाली स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं की सही जानकारी हो सके l