पीलीभीत।पूरनपुर शेरपुर कलां पीएचसी से डॉ आसिफ का ट्रांसफर होने के बाद पीएचसी में स्वास्थ्य सेवाओं का बुरा हाल हो गया था।जिसमे नियुक्ति डॉक्टर कभी कभार ही आते थे।वार्ड व्बाय के सहारे चल रहा था पीएचसी अस्पताल।जिससे मरीजो को अस्पताल में डॉक्टर न मिलने के कारण ग्रामीणों ने अस्पताल जाने के बजाय झोलाछाप की शरण लेने लगे थे।बिना डाक्टर के उपचार को लेकर मरीज भी कम आने लगे।जिससे पीएचसी की हालात दिन व दिन बदतर हो गई थी।अस्पताल मे चिकित्सक की मनमानी का दौर जारी था।जिससे ग्रामीणों मे काफी रोष था।पीएचसी में बापस डॉक्टर आसिफ खान के आने से पीएचसी में चिकित्सा सेवाएं कुछ हद तक पटरी पर लौटती दिख रही हैं।पीएचसी में चिकित्सक डॉ०आसिफ खान के आने क्षेत्रीय लोगों को राहत मिली है।पीएचसी की हालत पटरी पर आने लगी अस्पताल में लगे गंन्दगी के ढेर हट गये।पीएचसी चिकित्सा प्रभारी लगातार ग्रामीणों को अस्पताल में सेवाएं देते नजर आ रहे है।
क्या कहते है ग्रामीण
सलमान खां कहते शेरपुर कलां पीएचसी से डॉक्टर आसिफ के ट्रांसफर के बाद अस्पताल की हालत दिन व दिन खराब हो गई थी।डॉक्टर मिलते नहीं थे मजबूरी में निजी प्राइवेट डॉक्टर को दिखाना पड़ता था।
दिलशाद खां, कहते हैं पीएचसी अस्पताल शेरपुर कला 9 बजे के बाद ही खुलता था।लेकिन पीएचसी में डॉ आसिफ के लौटने के बाद सुबह 8 बजे अस्पताल खुल जाता है। इससे गर्मी में सुबह ही दवाई लेकर घर वापस आ जाते हैं।
शाहबाज खां, कहते है शेरपुर कलां पीएचसी में डॉ आसिफ के ट्रांसफर के बाद अस्पताल में कभी डॉक्टर मौजूद ही नहीं मिले वर्ड व्याय के सहारे अस्पताल चलता नजर आ रहा था।ग्रामीण परेशान रहते थे।झोलाछाप डॉक्टरों से ही दवाई लेने पर मजबूर थे जिससे उनकी जान और सेहत का खतरा बना रहता था। डॉ आसिफ के वापस आने से
पीएचसी मे आने वाले रोगियों को बड़ी राहत मिली है।