फर्रुखाबाद: 23 मार्च 2022 देश में प्रतिवर्ष 24 मार्च को क्षय रोग दिवस मनाया जाता है | टीबी को वर्ष 2025 तक खत्म करने की दिशा में हर स्तर पर प्रयास चल रहा है। इस अवसर पर जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी सभागार के साथ ही जिले के सभी टीबी यूनिट पर टीबी रोगियों को गोद लिया जायेगा साथ ही उनको इस रोग के बारे में जागरूक किया जायेगा | इसके साथ ही गोद लिए हुए रोगियों को उनके पोषण के लिए गुड़, चना, सत्तू, तिल, गजक, बोर्नवीटा आदि दिया जायेगा | यह कहना है जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ सुनील मल्होत्रा का |
डॉ मल्होत्रा ने बताया कि जिले को 1000 टीबी रोगियों को गोद लेने का लक्ष्य दिया गया है जिसको पूरा करने का प्रयास किया जायेगा | साथ ही जिले की सामाजिक संस्थाओं और जनप्रतिनिधियों से मेरी अपील है कि वह भी इस पुनीत कार्य में अपना योगदान दें जिससे समय रहते है जिले से टीबी रोग को मिटाया जा सके |
डॉ मल्होत्रा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की तरफ से आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर द्वारा टीबी रोगियों को खोजने का एक विशेष अभियान क्षय रोग दिवस के दिन 24 मार्च से शुरू होगा जो 13 अप्रैल तक दो चरणों मेंचलाया जाएगा।
डॉ मल्होत्रा ने बताया कि अभियान के प्रथम चरण में ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण समिति की बैठक का आयोजन ग्राम स्तर पर ग्राम प्रधान की अध्यक्षता में किया जायेगा । जिसमें कम्युनिटी हेल्थ ऑफीसर ,आंगनवाड़ी ,आशा संगिनी एवं आशा तथा टीबी चैंपियन प्रतिभाग करेंगे। इसमें सभी प्रतिभागी क्षय रोग मुक्त भारत की शपथ लेंगे।
उन्होंने बताया कि 13 अप्रैल तक चलने वाले कार्यक्रम में प्रत्येक सप्ताह 958 लोगों के बलगम के सैम्पल लिए जायेंगे | प्रत्येक आशा अपने क्षेत्र में कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए घर घर जाकर समस्त संभावित टीबी मरीजों को सूचीबद्ध करेंगी। एएनएम के माध्यम से सैंपल लिया जाएगा और सैंपल को नजदीकी जांच केंद्र में भेजा जाएगा।
उन्होंने बताया कि प्रत्येक आशा एवं एएनएम द्वारा चिन्हित किए गए मरीजों एवं भेजे गए सैंपल के परिवार को कम्युनिटी हेल्थ ऑफीसर द्वारा अपडेट किया जाएगा तथा धनात्मक पाए गए मरीजों को परिणाम की सूचना उपलब्ध कराते हुए उसे इलाज के लिए प्रेरित किया जाएगा |
उन्होंने बताया कि दूसरे चरण में कैंप लगाकर टीबी रोगियों को खोजा जाएगा। इसमें प्रत्येक कम्युनिटी हेल्थ ऑफीसर अपने क्षेत्र में ऐसे क्षेत्र जहां विगत दो वर्ष में अधिक क्षय रोगी अथवा कोविड रोगी चिन्हित किए गए हो तथा आयुष्मान भारत हेल्थ वैलनेस सेंटर से दूरस्थ क्षेत्र का चयन करेंगे । इसके अतिरिक्त चिन्हित क्षेत्रों में से एक क्षेत्र में स्थापित सरकारी भवन पर कैंप का आयोजन कर क्षय रोगियों को चिन्हित किया जाएगा और लोगों को इसके प्रति जागरूक भी किया जाएगा।
साथ ही बताया कि इस माह 9 मार्च से चले टीबी रोगी खोज अभियान में अभी तक 80 क्षय रोगियों को खोजा जा चुका है |