हाल ही में पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, पंजाब और मणिपुर के पार्टी प्रमुखों से इस्तीफे देने के लिए कहा है। कांग्रेस अध्यक्ष का यह निर्देश पार्टी कार्यसमिति की रविवार को हुई बैठक के बाद आया है जिसमें पार्टी की हार के कारणों पर विचार किया गया था। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि प्रदेश इकाइयों में पुनर्गठन के उद्देश्य से ये इस्तीफे मांगे गए हैं।
सोनिया गांधी के इस निर्देश के कुछ देर बाद ही उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने अपना त्यागपत्र देने की घोषणा की। मालूम हो कि अजय कुमार लल्लू को अगस्त, 2019 में उत्तर प्रदेश, नवजोत सिंह सिद्धू को जुलाई, 2021 में पंजाब, गोदियाल को जुलाई, 2021 में उत्तराखंड, गिरीश चोडानकर को अप्रैल, 2018 में गोवा और लोकेन सिंह को सितंबर, 2021 में मणिपुर प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था।
बता दें कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में हार की समीक्षा के लिए रविवार को कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक हुई थी। इसके बाद से लगातार सियासी गतिविधियों का दौर शुरू हो गया है। इसी क्रम में अब हार वाले राज्यों की कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षों से त्यागपत्र देने को कहा गया है।
मंगलवार को खासतौर से उत्तर प्रदेश में मिली करारी हार की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने लंबी समीक्षा बैठक की। इसमें उन्होंने जवाबदेही तय करने का संकेत दिया और खुद भी ज्यादा सक्रिय होने की बात कही। यानी बिना देर किए पार्टी अब लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटेगी। इसी बीच पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी का स्पष्ट निर्देश आ गया कि पांचों राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष अपना इस्तीफा सौंपें। स्पष्ट है कि पार्टी संगठन को नीचे से ऊपर तक मजबूत करने की कोशिश होगी। प्रियंका गांधी की ओर से दिल्ली में बुलाई गई बैठक में पार्टी के उत्तर प्रदेश से जुड़े सभी वरिष्ठ नेता और पदाधिकारी मौजूद थे। इनमें प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी, सलमान खुर्शीद, राजीव शुक्ला व आराधना मिश्रा मोना शामिल थीं।
इसके अलावा, पंजाब में आप की शानदार जीत के कारण कांग्रेस को राज्य की सत्ता से हाथ धोना पड़ा है। यहां मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू अपनी सीट भी नहीं बचा पाए हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश में कई नेताओं की जमानत जब्त हो गई।
गौरतलब है कि 117 सदस्यीय पंजाब विधानसभा में कांग्रेस को केवल 18 सीटें मिली हैं। उधर, 70 सीटों वाले उत्तराखंड में 19 और उत्तर प्रदेश में सिर्फ 2 सीटें ही हासिल हुई हैं। इसके अलावा, मणिपुर में कांग्रेस को 5 और गोवा में 11 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा है