फर्रुखाबाद: नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस प्रोग्राम (एंक्वास) के अंतर्गत डॉ राममनोहर लोहिया चिकित्सालय पुरुष का असेस्मेंट राज्य स्तर से चयनित दो सदस्यीय टीम ने किया टीम में लखनऊ से आये डॉ अशोक कुमार पालीवाल (पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट), डॉ रहीसुदीन (क्वॉलिटी कंसल्टेंट इटावा) शामिल रहे असेस्मेंट में प्राप्त स्कोर के अनुसार चिकित्सालय का नेशनल असेस्मेंट किया जाएगा यह निरीक्षण पाँच मार्च तक चलेगा यह कहना है जिला सलाहकार क्वालिटी एश्योरेंस (डीसीक्यूए) डॉ शेखर यादव का।
डॉ शेखर के अनुसार डॉ राममनोहर लोहिया चिकित्सालय पुरुष को नेशनल क्वालिटी इंश्योरेंस स्टैंडर्ड का प्रमाणपत्र लेने के लिए चयनित किया गया है। जांच टीम की रिपोर्ट पर अस्पताल को नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड का प्रमाण पत्र मिलना है। प्रमाण पत्र देने से पहले केन्द्रीय टीम लोहिया अस्पताल की तीन दिनों तक पूरी व्यवस्था की जांच करेगी और अपनी रिपोर्ट देगी। अगर नेशनल असेस्मेंट में 70% से अधिक अंक प्राप्त होते हैं तो नेशनल असेस्मेंट किया जाएगा और यदि नेशनल असेस्मेंट में भी 70 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त होते है तो चिकित्सालय को इंसेंटिव के रूप में धनराशि दी जाएगी। इस धनराशि से अस्पताल में और भी सुधारात्मक कार्य किये जायेंगे
डा. शेखर ने कहा कि नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड में 12 डिपार्टमेंट ओपीडी, आई पी डी, रेडियोलॉजी, पैथोलॉजी,पीडियाट्रिक वार्ड, एनआरसी,ओटी ,फार्मेसी, जनरल एडमिन, इमरजेंसी, ब्लड बैंक, ऑक्सिलरी आदि का निरीक्षण किया जायेगा
एनक्यूएएस में शामिल होने के बाद लाभ :
जिस अस्पताल के पास एनक्यूएएस सर्टिफिकेट होता है उस अस्पताल को वर्ष में एक निर्धारित बजट मिलता है। यह पैसा केंद्र व प्रदेश सरकार अलग अलग देती है। अगर हर वर्ष अस्पताल को इतना पैसा सिर्फ मरीजों के लिए खर्च करने के लिए अलग से मिलेगा, तो प्रदेश के किसी भी अस्पताल से ज्यादा सुविधाएं तैयार की जा सकेंगी। साथ में एनक्यूएएस सर्टिफिकेट वाले अस्पताल में डाक्टर स्टाफ पूरा रखना होता है।
निरीक्षण के दौरान हॉस्पिटल मैनेजर डॉ फ़िरोज़ अहमद, क्वालिटी मैनेजर रजा, डॉ राममनोहर लोहिया चिकित्सालय पुरुष के सीएमएस डॉ आर के गुप्ता सहित अन्य स्टाफ मौजूद रहा।