जौनपुर : निषाद पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव डॉ सूर्यभान यादव ने शनिवार को पार्टी के सभी पदों और सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने निषाद पार्टी के मुखिया डॉ संजय निषाद पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके लिए परिवार और पैसा ही सर्वोपरि है। अपने आवास पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि पार्टी मुखिया की गरीबों, वंचितों और शोषितों की बात सिर्फ छलावा है। पार्टी अपने लक्ष्य से भटक चुकी है और समझ नहीं आ रहा कि धनपशुओं को टिकट देकर पार्टी निषाद समाज का भला कैसे करेगी? बताते चलें कि डॉ सूर्यभान यादव शाहगंज विधानसभा सीट पर निषाद पार्टी से टिकट के प्रमुख दावेदा थे।
शनिवार को अपने आवास पर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में डॉ सूर्यभान ने कहा कि निषाद पार्टी का गठन निषाद समाज के उद्देश्य से हुआ था लेकिन अब पार्टी के मुखिया संजय निषाद ने इसे पैसे कमाने और परिवार के लोगों को सांसद और विधायक बनाने का जरिया बना लिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि संजय निषाद अपने समाज के राजनीतिक प्रतिनिधित्व की बात करते हैं लेकिन टिकट धनपशुओं को बांटते हैं। उन्होंने सवाल किया कि करोड़ों खर्च करके टिकट खरीदने वाला समाज का भला कैसे करेगा? उन्होंने संजय निषाद को निषाद वोटों का सौदागर बताया और निषाद समाज से अपील की कि धनपशु उम्मीदवार को हराने के लिए वोट करें।
प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने सीधे सीधे भाजपा समर्थित निषाद पार्टी के प्रत्याशी रमेश सिंह पर आरोप लगाया कि वो पिछड़ा समाज के विरोधी हैं। उन्होंने रमेश सिंह को आड़े हाथों लेते हुए निषाद समाज से अपील किया कि जिसने गरीबों के घर जलाएं हों, पिछड़े समाज के युवाओं पर फर्जी मुकदमें लगवाए हों और सामंती मानसिकता का हो, उसके खिलाफ वोट करें और हराकर अपमान का बदला लें।