पिता के निधन के एक हफ्ते बाद विशाल ददलानी ने किया अंतिम संस्कार, कहा- ‘मैं उनके बिना भी कभी नहीं रहूंगा..’

संगीतकार और गायक विशाल ददलानी (Vishal Dadlani) के पिता मोती ददलानी (Moti Dadlani) ने 8 जनवरी को इस दुनिया को अलविदा कह दिया था। पिता के निधन के आखिरी वक्त में विशाल उनके साथ मौजूद नहीं थे और कोविड की वजह से क्वारंटीन में थे। ऐसे में उस वक्त मोती ददलानी का अंतिम संस्कार नहीं किया गया। कोविड रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद 15 जनवरी को विशाल ददलानी ने पिता का अंतिम संस्कार किया और सोशल मीडिया पर इसकी जानकरी दी। पिता के गुजर जाने से विशाल ददलानी को गहरी ठेस पहुंची है और उन्होंने एक पोस्ट में लिखा है कि मेरे सीने में उनके जाने का दर्द हमेशा रहेगा।
विशाल ददलानी ने पिता की फोटो इंस्टाग्राम पर शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, “मेरी मां, बहन, भतीजी और मैंने आज अपने पिता का अंतिम संस्कार किया। वह अब हमेशा के लिए मेरे साथ चलते रहेंगे। जैसे मेरे सीने में उनके जाने का दर्द हमेशा रहेगा। मेरा एक दिन भी बिना ‘लव यू डैड’ कहे नहीं गुजरेगा… और उनकी आवाज में उनका जवाब लव यू बेटू मुझे हमेशा सुनाई देगा।
कैप्शन में विशाल ने आगे लिखा, ‘मैं उनके साथ फिर कभी नहीं रहूंगा, लेकिन मैं उनके बिना भी कभी नहीं रहूंगा। बस इस उम्मीद में कि मैं उनके काबिल साबित हो सकूं। वह वास्तव में सबसे प्यारे, दयालु, विनम्र, सबसे मेहनती और सबसे ज्यादा प्यार करने वाले व्यक्ति थे। (श्री मोती ददलानी, 12 मई 1942-8 जनवरी 2022)।’
याद दिला दें कि मोती ददलानी का निधन जब हुआ था, उस वक्त विशाल ददलानी कोविड की वजह से क्वांरटीन थे। वहीं कोविड को मात देने के बाद 15 जनवरी को उन्होंने अपने पिता का अंतिम संस्कार किया है। पिता के निधन के वक्त भी विशाल ददलानी ने इंस्टाग्राम पर भावुक पोस्ट किया था। विशाल ने अपने पिता की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा था, ‘मैंने पिछली रात अपने सबसे अच्छे दोस्त, धरती पर सबसे अच्छे व्यक्ति को खो दिया। मुझे अपने जीवन में इससे बेहतर पिता, व्यक्ति या शिक्षक नहीं मिल सकते थे।
विशाल ने आगे पोस्ट में लिखा था, ‘मेरे अंदर जो कुछ भी अच्छा है वह उनकी ही देन है। मेरी बहन ही सब कुछ देख रही हैं और बहुत अधिक मजबूती के साथ, जो शायद मुझ में भी नहीं। मुझे नहीं पता मैं उनके बिना कैसे जीयूंगा। मैं पूरी तरह से खो चुका हूं।’ बता दें कि मोती ददलानी का जन्म 12 मई 1943 को हुआ था और 8 जनवरी 2022 को उन्होंने आखिरी सांस ली थी।