रायबरेली: एम्स में ‘‘विधिक जागरूकता द्वारा महिलाओं का सशक्तिकरण’’ विषय पर विधिक साक्षरता एवं जागरूकता कार्यक्रम किया गया आयोजन





जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, रायबरेली द्वारा राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण व राष्ट्रीय महिला आयोग, नई दिल्ली के संयुक्त तत्वाधान में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, रायबरेली में ‘‘विधिक जागरूकता द्वारा महिलाओं का सशक्तिकरण’’ विषय पर विधिक साक्षरता एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन जनपद के जिला जज अब्दुल शाहिद, सदस्या उ0प्र0 राज्य महिला आयोग अंजू प्रजापति, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट शिल्पी रानी, सिटी मजिस्ट्रेट पल्लवी मिश्रा द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया। आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जिला जज अब्दुल शाहिद द्वारा महिलाओं के विधिक अधिकार विषय पर विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान की गयी। उन्होंने महिला हितैषी कानूनों की जानकारी देते हुए बताया कि समाज में महिलाओं को भी वही अधिकार है जो पुरुषों को है तथा महिलाएं किसी भी मायने में पुरुषों से पीछे नहीं हैं।
जिला जज अब्दुल शाहिद द्वारा अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्यों के सम्बन्ध में चर्चा की गयी और कहा गया कि मौलिक अधिकार व मौलिक कर्तव्य के बीच एकरूपता बनी रहनी चाहिए। इसके अतिरिक्त उन्होंने बताया कि आज के समय में जीवन प्रबंधन व सामाजिक प्रबंधन सीखना है तो वह महिलाओं से सीखा जा सकता है। उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्या अंजू प्रजापति के द्वारा महिलाओं को सरकार की विभिन्न निःशुल्क योजनाओं के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी एवं उन्हें मानसिक विकास के प्रति सदैव सजग रहने हेतु प्रेरित किया गया। सदस्या द्वारा महिलाओं के विधिक जागरूकता सम्बन्धी आयोजित किये जा रहे कार्यक्रमों की सराहना भी की गयी। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट शिल्पी रानी ने बताया कि महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए उनका विधिक रूप से जागरूक होना अति आवश्यक है। आज समाज के सभी क्षेत्रों में पुरुषों के बराबर महिलाएं भी योगदान दे रही है। सिटी मजिस्ट्रेट पल्लवी मिश्रा ने भी महिला सशक्तीकरण के लिए विधिक जागरूकता के महत्व पर चर्चा की। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव सुमित कुमार द्वारा बताया गया कि बिना आधी आबादी के विकास के कोई भी समाज विकसित नहीं हो सकता है। सभी महिलाएं निःशुल्क विधिक सहायता की पात्र है। यदि किसी महिला को निःशुल्क विधिक सहायता की आवश्यकता हो तो वह कार्यालय जिला विधिक सेवा प्राधिकरण में प्रार्थनापत्र देकर प्राप्त कर सकती है। कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं को वरिष्ठ अधिवक्ता डी0पी0पाल, लक्ष्मी शंकर बाजपेयी, पैनल अधिवक्ता शैलजा सिंह, बचपन बचाओ आन्दोलन के राज्य समन्वयक सूर्य प्रताप मिश्रा, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष ओजेश्वर पाण्डेय, राजकीय महिला महाविद्यालय की प्राध्यापिका शिखा मौर्य, प्रिंयका द्वारा भी सम्बोधित किया गया। इस कार्यक्रम में शिक्षिकाये, गैर सरकारी संगठन की समाजिक कार्यकर्ता, आशाबहुएं, आँगनवाड़ी कार्यकर्ता, सदस्य बाल कल्याण समिति, अन्य सम्मानित महिलाएं, महिला कल्याण अधिकारी शैफाली व पराविधिक स्वयं सेवकों के द्वारा प्रतिभाग किया गया। कार्यक्रम का सकुशल संचालन हरचंदपुर प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत शिक्षिका वंदना द्विवेदी ने किया।