पीलीभीत : जिलाधिकारी श्री पुलकित खरे की अध्यक्षता में उ0प्र0 राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत जलकुम्भी से सजावटी वस्तु निर्माण की तीन दिवसीय प्रशिक्षण/कार्यशाला का आयोजन ग्राम्य प्रशिक्षण संस्थान में किया गया। आयोजित प्रशिक्षण कार्यशाला में विकासखण्ड मरौरी के स्वयं सहायता समूह ग्राम टाहपौटा से भूमि प्रेरण स्वयं सहायता समूह, शान प्रेरण स्वयं सहायता समूह, ग्राम दियूनी केसरपुर शिवा स्वयं सहायता समूह, विकासखण्ड पूरनपुर के ग्राम बूंदीभूड से विकास प्रेरण स्वयं सहायता समूह, विकासखण्ड ललौरीखेडा ग्राम ललौरीखेडा से पूनम स्वयं सहायता समूह, विकासखण्ड बिलसण्डा के ग्राम ईटगॉव से सरस्वती स्वयं, महिला स्वयं सहायता समूह एवं विकासखण्ड बरखेडा के ग्राम लखनऊ से बाला जी स्वयं सहायता समूह व ग्राम पिपरिया मण्डन से संजम स्वयं सहायता समूह द्वारा कार्यशाला में प्रतिभाग किया गया। उक्त प्रशिक्षण कार्यशाला में स्वयं सहायता समूह के द्वारा जलकुम्भी से विभिन्न प्रकार के उत्पाद तैयार किये जाने का प्रशिक्षण दिया गया। जैसे की टोकरी, डस्टबीन, स्ट्रे, बॉक्स, पेन होल्डर, कोस्टर सेट, टेबल मैट इत्यादि। जिलाधिकारी द्वारा समूह की महिलाओं से बातचीत की गई। प्रशिक्षण कार्यशाला में जिलाधिकारी ने समूहों की महिलाओं को सम्बोधित करते हुये कहा कि प्रशिक्षण के उपरान्त अपने समूह की अन्य महिलाओं को इस कार्य में जोडते हुये आगे बढ़ायें। उन्हांने कहा कि जलकुम्भी से निर्मित उत्पादों की शहरी क्षेत्रों में अधिक मांग है और यह उत्पाद पर्यावरण के अनुकूल तथा प्लास्टिक के प्रयोग को रोकने में सहायक है, इनके उत्पादकों से अच्छी आय समूहों द्वारा प्राप्त की जा सकती है। इस दौरान परियोजना निदेशक को निर्देशित करते हुये कहा कि जिन ग्राम की महिला समूहों द्वारा प्रशिक्षण लिया जा रहा है उन ग्रामों के सचिवों का उत्तरदायित्व निर्धारित किया जाये कि जलकुम्भी की उपलब्धता सुनिश्चित की जाये। इसके साथ ही साथ प्रशिक्षण समूहों की सूची का भी प्रचार प्रसार कराया जाये, जिससे आवश्यकता के अनुसार निर्मित सामाग्री प्राप्त कर सकते।
इस दौरान परियोजना निदेशक श्री अनिल कुमार, जिला प्रशिक्षण अधिकारी सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।