पीलीभीत जिलाधिकारी श्री पुलकित खरे ने आज के0जी0एन0 कालोनी निकट खकरा नदी के पास स्थित मियांवाकी वन का निरीक्षण किया गया। जापानी तकनीकी पर आधारित मियांवाकी वाटिका में कम क्षेत्रफल में अधिक पौधों का रोपण कर शहरी क्षेत्र में प्रदूषण को रोकने का कार्य किया जाता है। मियांवाकी प्रणाली के अन्तर्गत पौधों को दो भागों में विभाजित कर निश्चित दूरी के अनुसार लगाया जाता है, जिसमें अधिक ऊॅचाई से कम ऊॅचाई के पौधो का क्रम निर्धारित करते हुये पौधा रोपण का कार्य किया जाता है। जिलाधिकारी ने पूर्व में डीएफओ सामाजिक वानिकी को शहर में स्थान चयन कर मियांवाकी विकसित करने के निर्देशों के उपरान्त के0जी0एन0 कालोनी की वन विभाग की भूमि पर विकसित किया गया है। निरीक्षण के दौरान डीएफओ द्वारा अवगत कराया गया कि मियांवाकी वाटिका में 1400 पौधों का रोपण मानक के अनुरूप किया गया है। जिसमें 25 प्रकार के पौधे जैसे नींबू, जामुन, आम, शीशम, सौगन, गुलहड, नीम, अर्जुन आदि विभिन्न प्रकार के पौधों का रोपण किया गया। निरीक्षण के डीएफओ से वाटिका का डाइग्राम मांगे जाने पर तैयार न होने पर असंतोष व्यक्त करते हुये आज शाम तक उपलब्ध कराने हेतु कडे़ निर्देश दिये गये। उन्होंने कहा कि वाटिका की नियमित देखभाल की जाये और कोई पौधों सूखने न पाये तथा नियमित कीटनाशक दवाओं का छिडकाव कराये। इसके साथ ही साथ जिलाधिकारी पौधे का भी रोपण किया गया।
इस दौरान डीएफओ सामाजिक वानिकी, रेंज प्रभारी सहित अन्य उपस्थित रहे।