बरेली – नर्सिंग होम सील की कार्रवाई पर अड़े परिजनों को एसडीएम व सीओ आँवला ने समझा-बुझाकर किया शांत, कड़ी कार्रवाई की बात कही।

फिजियोथैरेपिस्ट ने डॉक्टर बन एक बच्चे की जान ली।

आँवला – आँवला क्षेत्र में फर्जी नर्सिंग होम की बाढ़ आई हुई है। मुश्किल यह है कि सरकारी अस्पताल में सुविधाएं ना मिल पाने के कारण क्षेत्र में बड़े-बड़े साइन बोर्ड लगा कर खुले नर्सिंग होम पर मरीज आकर्षित होते हैं और जब चिकित्सीय सुविधा ठीक ना मिल पाने पर कोई अनहोनी होती है। तो थका हारा मरीज शिकायत के लिए भागता है, तब जाकर स्वास्थ्य विभाग की नींद खुलती है। ऐसा ही एक मामला नगर आंवला में फिजियोथेरेपिस्ट का सामने आया है। अपने आपको डॉक्टर बता कर महक नर्सिंग होम चला रहे त्रिवेणी सहाय फर्जी तरीके से लोगों को आश्वासन देकर बाल रोगियों सहित अन्य गंभीर चिकित्सीय सुविधाएं मुहैया कराने का दावा कर रहे थे। शिकायतकर्ता की शिकायत पर शाम 7:00 बजे एसडीएम आंवला पारुल तरार, क्षेत्राधिकारी आंवला चमन सिंह चावड़ा, चिकित्सा अधीक्षक आंवला डॉक्टर इंतजार हुसैन, प्रभारी निरीक्षक आंवला राकेश कुमार व उप निरीक्षक वेद सिंह मौके पर महक नर्सिंग होम पहुंचकर जांच पड़ताल की। जांच पड़ताल में फिजियोथैरेपिस्ट एवं महक नर्सिंग होम का संचालक त्रिवेणी सहाय नर्सिंग होम के लिए स्टाफ सहित कोई भी वैद्य कागजात नहीं दिखा पाए । इसके अलावा चिकित्सा अधीक्षक डॉ इंतजार हुसैन ने नर्सिंग होम में ही चल रहे मेडिकल स्टोर के भी कागजात दिखाने को कहा। जिस पर भी वह मेडिकल स्टोर्स के लिए भी उपयुक्त लाइसेंस नहीं दिखा पाए।नर्सिंग होम में भर्ती सभी छह मरीजों के लिए तीमारदार छापा पड़ने पर अपने अपने मरीजों को नर्सिंग होम से ले जाने लगे। शिकायतकर्ता शानू पुत्र नौशे मोहल्ला ताड़ गंज ,नई बस्ती कस्बा आंवला का निवासी है । समय दोपहर करीब 3:00 बजे प्रार्थी की पत्नी को घर पर ही नॉर्मल रूप से लड़का पैदा हुआ था। लड़के को कुछ परेशानी हो रही थी। मोहल्ले की आशा ने हीं बच्चा पैदा किया था । जिसका उसका नाम आशा है ।उसी ने कहा कि बच्चे को आंवला स्थित महक अस्पताल में भर्ती करा दो। उसी के कहने पर हमने महक अस्पताल जाकर बच्चे को दिखाया तो स्टाफ ने कहा कि बच्चा नार्मल है। कुछ देर भर्ती कर दो सही हो जाएगा ।स्टाफ ने बच्चे को भर्ती कर लिया। लेकिन वहां पर कोई भी डॉक्टर नहीं आया। बच्चे की हालत खराब हो गई। करीब आधा घंटे बाद स्टाफ की लापरवाही के कारण बच्चे की मौत हो गई है। अस्पताल को सील करने की बात पर अड़े मृत बच्चे के परिजनों ने अधिकारियों के आश्वासन पर बच्चे के मृत शरीर को महक नर्सिंग होम से उठाया। एसडीएम आंवला पारुल तरार व क्षेत्राधिकारी आंवला चमन सिंह चावड़ा ने फिजियोथैरेपिस्ट त्रिवेणी सहाय को लोगों के साथ इस तरह खिलवाड़ करने पर कड़ी कार्रवाई की बात कही । फिलहाल तहरीर के आधार पर नर्सिंग होम संचालक त्रिवेणी सहाय पर कार्रवाई की बात कही। महक नर्सिंग होम पर स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई तय होगी।

रिपोर्टर – परशुराम वर्मा