सतना। शहर के चित्रकूट रोड स्थित व्यस्ततम गढिय़ा चौराहा आम जनता का आना-जाना हर समय देखा जा सकता है। शाम होते ही होटल प्रथम रेसीडेंसी के सामने पार्किंग की जगह न होने के चलते होटल के कसटूमर रोड पर अपनी गाडिय़ां पार्क करते हैं। होटल संचालक नीतेश चतुर्वेदी ने अपने रसूख के दम पर होटल तो बनवा लिया लेकिन पार्किंग की जगह नहीं है। अब सवाल यह उठता है कि जब पार्किंग की जगह नहीं है तो शासन द्वारा कामर्शियल व्यवसाय करने का आदेश नगर निगम प्रशासन कैसे दे दिया। अब शासन के कर्मचारियों की गलती आम जनता भुगत रही है। जानकारों की माने नीतेश चतुर्वेदी एमपीईबी के एक क्लास कांट्रेक्टर हैं। नई बस्ती में भी इनका ऑक्सीजन प्लांट है, ये मूलत: रनैनी रोड स्थित गुढ़ा निवासी बताए जाते हैं। नगर निगम प्रशासन को अपने गुटफेथ में लेकर नीतेश चतुर्वेदी ने पुराने नाले पर भी कब्जा कर लिया। जिससे बरसात के समय में आसपास के घरों में पानी भरने का खतरा बढ़ गया है।
यातायात सिर्फ फोटो खिचवाने तक रह गया सीमित
गढिय़ा चौराहे में सुबह से लेकर शाम तक रोड पर गाडिय़ां खड़ी रहती हैं। जिसको लेकर गई बार स्थानीय लोगों ने शिकायत भी की है। लेकिन आज तक यातायात विभाग मूक दर्शक बना रहा है।
नगर निगम अमले पर उठ रहे हैं सवाल
होटल प्रथम रेसीडेंसी से लेकर कुलदीप सिंह के घर तक आज भी शासन द्वारा नाली निर्माण नहीं कराया गया है। इतना ही नहीं अन्य जगहों पर नाली निर्माण हो गया है, लेकिन होटल प्रथम रेसीडेंसी से लगे हुए लगभग 3 सौ मीटर दूरी तक रसूखदारों ने 20-20 फिट दुकानें रोड पर बना ली है। जहां पर किसी भी दिन कोई बड़ी घटना हो सकती है।
सवांददाता: जय क्रांति