पीलीभीत : जनपद के स्वयं सहायता समूह बन रहे आत्मनिर्भर।

पीलीभीत जिलाधिकारी महोदय के निर्देशन में जनपद में स्वयं सहायता समूहों को आत्मनिर्भर व स्वावलम्बी बनाने हेतु विभिन्न प्रयास किये जा रहे हैं और उनको विभिनन कार्यां से जोड़ा जा रहा है। प्रयासों के तहत जनपद में कृष्णा स्वयं सहायता समूह की प्रमिला मिस्त्री द्वारा गमबुझिया मछली पालन का कार्य किया जा रहा है। प्रमिला मिस्त्री गुप्ता कालोनी न्यूरिया की निवासी हैं। ज्वाइंड मजिस्ट्रेट नूपुर गोयल द्वारा कृष्णा समूह की प्रमिला मिस्त्री के द्वारा अपनी सफलता की कहानी बताते हुये कहा कि सरकार द्वारा स्वयं सहायता समूह के गठन के उपरान्त प्राप्त धनराशि से 2500 गमबुझिया मछली के बीज से मछली पालन का कार्य प्रारम्भ किया गया और इससे धीरे धीरे आगे कार्य बढ़ाते हुये दो माह में 40 हजार रूपये का लाभ प्राप्त किया गया किया गया है। उन्होंने कहा कि समूह की सभी महिलाओं का सहयोग प्राप्त करते हुये मछली पालन का कार्य किया जा रहा है। प्रमिला द्वारा मछली पालन से जनपद के 07 विकासखण्ड में वितरित की गई है, जिसमें विकासखण्ड बिलसण्डा में चार हजार, बीसलपुर व पूरनपुर में एक-एक हजार, ललौरीखेडा में दो हजार, बरखेडा में एक हजार, मरौरी में दो हजार एवं नगर पालिका पीलीभीत में दो हजार मछलियां प्रदान की गई हैं, जो विकासखण्डों में तालाबों में डाली जायेगी और डेंगू मच्छर के लार्वा को खत्म करने में सहयोग करेगीं। उनके द्वारा मछली पालन का कार्य में नियमित बढोत्तरी की जा रही है और उनकी मछलियों की मांग प्रदेश के अन्य जनपदों से भी की जा रही है। यह मछली तालाब में जो डेंगू मच्छर के लार्वा को खा जाती है, जिससे तालाब का पानी स्वच्छ रहता है और क्षेत्र में बीमारियां नहीं फैलती है। जनपद में संचालित स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं के द्वारा राखी, गाय के गोबर से गमले, दीपक, धूपवती, मास्क, मछली पालन, शहद उत्पादन जैविक खाद विभिन्न प्रकार की मूर्तियां निर्मित की जा रही है। समूहों द्वारा नए-नए कामों से अच्छा मुनाफा उठा रही है तथा महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही है।

संवाददाता रामगोपाल कुशवाहा