पीलीभीत :स्वयं सहायता समूहों को अपने उत्पादो की बिक्री करने हेतु विकास भवन में उपलब्ध कराया जायेगा स्टाल

पीलीभीत :जिलाधिकारी श्री पुलकित खरे द्वारा विकास भवन स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का भ्रमण कर समूहों द्वारा उत्पादित विभिन्न प्रकार के गाय के गोबर अवशेष से निर्मित उत्पादों का जायजा लेते हुये जानकारी ली गई। जिलाधिकारी की पहल से जनपद की गौशालाओं से स्वयं सहायता समूहों को जोड़ने का कार्य किया गया है। इसके उपरान्त स्वयं सहायता समूहों को गाय के गोबर से गमले, दीपक, धूपवती, जैविक खाद विभिन्न प्रकार की मूर्तियां बनाने सम्बन्धी प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण के उपरान्त विभिन्न समूहों द्वारा गाय के गोबर से निर्मित वस्तुओं को प्रोत्साहित करने हेतु आज प्रदर्शनी का आयोजन विकास भवन परिसर में किया गया। प्रदर्शनी निरीक्षण के दौरान गणेश समूह द्वारा सुन्दर दीये, देवी महिला समूह बीसलपुर, शिव शक्ति समूह द्वारा दीये व भगवान गणेश की सुन्दर मूर्तियों का निर्माण किया जा रहा है, जिससे देखकर जिलाधिकारी ने प्रोत्साहित करते हुये कहा कि प्रशिक्षण टीम द्वारा अलग से प्रशिक्षण आयोजित कर विभिन्न सजावट हेतु प्रदान किया जायेगा। इसके उपरान्त सभी उत्पादो हेतु विकास भवन में बिक्री हेतु स्टाल लगाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। उन्होंने कहा कि स्टाल के अन्तर्गत गौ सामाग्री बनाने वाली समूहों को अवसर प्रदान किया जायेगा और साथ ही साथ प्रत्येक समूह के उत्पादक पर टैग व नाम लगाते हुये बिक्री की जायेगी। प्राप्त आय सीधे समूह के खाते में प्रदान की जायेगी। प्रदर्शनी में प्ररेणा व दुर्गा स्वयं सहायता समूह द्वारा गाय के गोबर की जैविक खाद के पैकेट के सम्बन्ध में जानकारी लेते हुये कहा कि शहर क्षेत्रों में गमले में जैविक खाद का प्रयोग किया जाता है, जिससे जैविक खाद की बिक्री में तेजी आयेगी। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी के आयोजन का मुख्य उद्देश्य है कि स्वयं सहायता समूह द्वारा निर्मित उत्पादकों को बढ़ावा मिल सके और उनके प्रयोग हेतु लोगों को आत्मनिर्भर बनाया जा सके तथा उनकी आय में भी वृद्वि हो सके। आयोजित प्रदर्शनी में 13 स्वयं सहायता समूहों द्वारा प्रतिभाग किया गया। इसके साथ ही साथ प्रदर्शनी में अंशमान, दुर्गा, पंचशील, राधारानी, प्ररेणा, आजाद सहित अन्य समूहों द्वारा अपने अपने स्टाल लगाये गये।
इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी श्री प्रशान्त कुमार श्रीवास्तव, ज्वाइंड मजिस्ट्रेट नूपुर गोयल, परियोजना निदेशक श्री अनिल कुमार, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।