पीलीभीत :-शासन की मंशा के अनुरूप विकास कार्यों को गुणवत्तापरक ससमय कराएं पूर्ण-नोडल अधिकारी।

पीलीभीत शासन द्वारा 04 दिवसीय भ्रमण हेतु नामित जनपद के नोडल अधिकारी निदेशक रेशम श्री नरेन्द्र सिंह पटेल की अध्यक्षता में चिकित्सा स्वास्थ्य, डेंगू बुखार के प्रभावी नियंत्रण, बाढ, शिक्षा, स्वच्छता, पेयजल एवं निर्माण कार्यों से सम्बन्धित समीक्षा बैठक गांधी सभागार पीलीभीत में देर रात सम्पन्न हुई। बैठक में नोडल अधिकारी द्वारा स्वास्थ्य विभाग द्वारा डेंगू के प्रभाव से निपटने हेतु की गई तैयारियों की समीक्षा की गई, डेंगू से निपटने हेतु दवाइयों व अन्य सामग्री की उपलब्धता की समीक्षा के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि समस्त स्वास्थ्य केंद्रों पर डेंगू के रोकथाम हेतु टेमीफोस, मेलाथियान, बीटीआई पाउडर , पाइरेथ्रम पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है और साथ ही साथ सभी प्रकार की एसीटी किट, आरडीटी किट व एनएस-1 पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। नियंत्रण के संबंध में चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया गया कि गठित स्टैटिक टीमों/रैपिड टीमो एवं आशा, ऐनम से सही समय पर सूचनाऐं प्राप्त हो, जिससे यदि किसी क्षेत्र में बुखार सम्बन्धी समस्या आती है तो तत्काल मलेरिया टीम द्वारा 500मी0 क्षेत्र की जांच प्रभावी नियंत्रण का कार्य किया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में कंट्रोमरूम का प्रचार प्रचार कराया जाये। जिससे किसी क्षेत्र में बुखार सम्बन्धी समस्या आती है तो आम जनमासन सूचना दे सके। मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि इस सम्बन्ध में जिला अस्पताल में कंट्रोलरूम स्थापित किया गया है, दूरभाष नं0 05882-250200 व 9720415977 पूर सूचनाऐं दें सकते हैं। उन्होंने कहा कि जनपद में आम जनमानस को डेंगू से बचाव सम्बन्धी उपायों के प्रति जागरूक किया जाये कि अपने घरों/छतों पर किसी वस्तु, टायर, डिब्बे, कूलर में पानी भरा ना रखा जाये, अपने आस पास भी जलभराव की स्थिति न पैदा होने दें। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी व जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देशित किया कि विद्यालयों की साफ सफाई व आस पास जलभराव की स्थिति न पाई जाये। विद्यालयों के निरीक्षण हेतु सचल दल गठित कर नियमित जांच कराई जाये। साफ सफाई की समीक्षा के दौरान सम्बन्धित नगर पालिका व पंचायतीराज को निर्देशित किया गया कि प्रशासन द्वारा नगरीय क्षेत्र में नामित किये गये नोडल अधिकारियों द्वारा निरीक्षण के उपरान्त दी गई रिपोर्ट में आई कमियों व शिकायतों की सूचना अधिशासी अधिकारियों को उपलब्ध कराते हुये, उनका निस्तारण 24 घन्टे के अन्दर अधिशासी अधिकारी कराना सुनिश्चित करेगें और अपर जिलाधिकारी वि./रा. नियमित समीक्षा करेगें और सभी निकायों में स्प्रे, फॉगिंग सम्बन्धी उपकरण पर्याप्त मात्रा में सुनिश्चित किये जाये। उन्होंने कहा कि नगरीय व ग्रामीण क्षेत्रों में नियमित फॉगिंग, एंटी लार्वा का छिडकाव सुनिश्चित किया जाये, उन स्थानों पर विशेष कर जहां पर जलभराव की स्थिति है। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र में गठित क्लस्टर वार व्यवस्था के सम्बन्ध में जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित करते हुये कहा कि गठित टीमों के सभी सदस्य की प्रतिदिन उपस्थिति सुनिश्चित की जाये तथा प्रत्येक ब्लाक पर टीमों को ग्रुप में विभाजित कर व्हॉटसएप गु्रप द्वारा प्रत्येक टीम के सदस्यों के द्वारा किये जा रहे कार्यों की सूचना प्राप्त की जाये और साथ ही साथ कंट्रोलरूम के द्वारा भी नियमित समीक्षा की जाये। बाढ नियंत्रण की समीक्षा के दौरान अधिशासी अभियन्ता बाढ़ खण्ड द्वारा अवगत कराया गया कि उत्तराखण्ड अधिक वर्षा होने से बैराज से पानी छोडने पर कुछ समय के लिए जलभराव की स्थिति आई थी। पेयजल के सम्बन्ध में अधिशासी अभियन्ता में जल निगम को निर्देशित किया गया कि विभिन्न क्षेत्रों में जल की जांच कराई जाये, इस सम्बन्ध में अधिशासी अभियन्ता द्वारा अवगत कराया गया कि 633 नमूनो की जांच कराई गई हैं, जो मानक के रूप हैं।
नोडल अधिकारी महोदय द्वारा इसके उपरान्त निर्माण कार्यों की समीक्षा बैठक की गई। समस्त निर्माणाधीन संस्थाओं को निर्देशित करते हुये कहा कि जो कार्य पूर्ण करा लिए गये उनको तत्काल हैण्डओवर किया जाये और सम्बन्धित विभाग सुनिश्चित करें कि भवन का प्रयोग कराना तत्काल प्रारम्भ कर दें। इस दौरान उन्होंने निर्माणाधीन संस्थाओं को कडे़ निर्देश देते हुये कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप कार्यों को तेजी से करायें और कार्यों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाये, निर्माण कार्यों की गुणवत्ता में किसी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नही होगी। उन्होंने कहा कि कार्यों को निर्धारित समय सीमा में पूर्ण करना सुनिश्चित करें और जिन परियोजनाओं में प्रथम किस्त का उपभोग कर लिया गया है तत्काल पत्र प्रेषित किस्त की मांग कर ली जाये। उन्होंने कहा कि शासन स्तर से यदि किसी परियोजना में कार्य लम्बित है तो उसकी सूचना उपलब्ध करा दें जिससे शासन स्तर पर निस्तारण कराया जा सके।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी श्री पुलकित खरे, मुख्य विकास अधिकारी, अपर जिलाधिकारी वि./रा., अपर जिलाधिकारी न्यायिक, मुख्य चिकित्साधिकारी, नगर मजिस्ट्रेट, परियोजना निदेशक, जिला विकास अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक पुरूष/ सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।