फर्रुखाबाद: प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना एवं प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के लाभार्थियों को भी अब आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का लाभ दिया जाएगा।
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के नोडल अधिकारी डॉ दीपक कटारिया ने बताया कि प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना एवं प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के लाभार्थियों का चयन 2011 की जनगणना के आधार पर किया जायेगा । आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत लाभार्थियों का चयन का आधार भी 2011 की जनगणना ही है। ऐसे में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना एवं प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना से लाभान्वित परिवार व शहरों में उन्हीं आवासों में रह रहे लोगों की पहचान करना आसान है। ऐसे परिवार को चिन्हित करते हुए उन्हें सत्यापन के बाद आयुष्मान गोल्डन कार्ड उपलब्ध कराया जाएगा।
डॉ दीपक कटारिया ने बताया कि इस संबंध में शासन से पत्र प्राप्त हुआ है। जल्द ही जिले के लाभार्थियों की सूची संबंधित विभागों से प्राप्त करते हुए सत्यापन कराने के बाद लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाने की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने बताया कि ऐसे लाभार्थियों को चिन्हित करते हुए उनका आयुष्मान कार्ड बनवाना एक सार्थक पहल होगी।
आयुष्मान योजना के जिला समन्वयक डॉ अमित मिश्र ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना देश में कमजोर वर्ग के लोगों को मुफ्त में सालाना पांच लाख रूपये तक की बीमा कवरेज मुहैया कराती है। यह दुनिया की सबसे बड़ी और पूरी तरह से सरकारी खर्च पर चलने वाली स्वास्थ्य बीमा योजना है । इसमें 1000 से ज्यादा कैंसर और दिल की बीमारी जैसी कई गंभीर बीमारियों के लिए प्रदेश में 2900 सूचीबद्ध सरकारी व निजी अस्पतालों में मुफ्त इलाज की सुविधा उपलब्ध है । जिस पात्र लाभार्थी के पास आयुष्मान कार्ड है वह छोटी से लेकर बड़ी बीमारियों तक का निःशुल्क इलाज अस्पताल में भर्ती होकर करवा सकते हैं।
उन्होंने बताया कि जिले में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत करीब 6,80,395 लोगों का गोल्डन कार्ड बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके सापेक्ष करीब 1,69, 928 लोगों का आयुष्मान गोल्डन कार्ड बनाया जा चुका है। इसके साथ ही जिले में अभी तक 5,809 लोगों ने योजना का लाभ उठाया है ।जिसके तहत लगभग 6.63 करोड़ का भुगतान सरकार द्वारा किया जा चुका है | साथ ही कहा कि जिले में 9 अगस्त तक चले पखवाड़े के दौरान लगभग 1,520 गोल्डन कार्ड बनाये जा चुके हैं |
फर्रुखाबाद संवाददाता धर्मवीर सिंह