फर्रुखाबाद : वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के खिलाफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मिशन मोड में उतरने का उत्तर प्रदेश में बड़ा असर हुआ है। उत्तर प्रदेश में लगातार संक्रमण कम होने से लोगों को समय-समय पर राहत दी गई है। इसी क्रम में सोमवार से माध्यमिक स्कूल खोले गए हैं। सोमवार को कक्षा नौ से 12 तक के छात्र-छात्राओं को कोविड प्रोटोकाल के साथ स्कूलों में प्रवेश दिया गया है। पहले दिन अनुपस्थिति काफी कम है लेकिन करीब सात माह बाद स्कूल खुलने से बच्चे काफी उत्साहित हैं।उत्तर प्रदेश में सोमवार से राजधानी लखनऊ से साथ ही सभी जिलों में कक्षा नौ से 12 के छात्र-छात्राओं की स्कूल में पढ़ाई शुरू हो गई है। अभी तक ऑनलाइन मोड में करीब सात महीने से पढ़ाई कर रहे छात्र-छात्राएं अब ऑफलाइन मोड में शिक्षा ग्रहण करेंगे। सभी जिलों में अभी एक सत्र में शिक्षण का कार्य शुरू किया गया है। कहीं पर सुबह आठ बजे से और कही पर 7:30 बजे से स्कूलों को खोला गया है।
यूपी बोर्ड के सभी स्कूलों में उपस्थिति काफी कम रही जबकि अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में उपस्थिति अच्छी रही सैनिटाइजर और थर्मल स्कैनिंग के बाद ही छात्रों को स्कूल में प्रवेश किया गया। करीब सात महीने बाद स्कूल खुलने पर बच्चों में भी खासा उत्साह देखने को मिला। स्कूल आने वाले सभी छात्र-छात्राओं को थर्मल स्कैनिंग व सैनिटाइजर से हाथ साफ करवाकर अभिभावकों का सहमति पत्र दिखाने के बाद प्रवेश दिया गया। बच्चे भी अपने साथ मास्क व सैनिटाइजर लाना नहीं भूले। इस दौरान स्कूलों के प्रधानाचार्य व शिक्षक मुख्य द्वार पर मौजूद रहे। कोरोना संक्रमण का विद्यार्थियों में थोड़ा डर के साथ कुछ डरे-सहमे भी नजर आए। स्कूल खुलने और दोस्तों से दोबारा मिलने की खुशी में वह पुरानी बुरी यादों को पीछे छोड़कर आगे बढ़ते नजर आए।
देश में कोरोना काल में ऑफलाइन पढ़ाई का भी श्री गणेश हो गया। अधिकांश स्कूल सुबह 8 बजे ही खुल गए। सभी कोरोना गाइडलाइंस का पालन गंभीरता से होता दिखा। स्कूल गेट पर बच्चों का टेंपरेचर चेक करके ही प्रवेश दिया गया। इसके अलावा हर बच्चे को अनिवार्य रूप से सैनिटाइजर उपलब्ध कराया गया। स्कूल प्रबंधन की बेहद सजग है। बिना मास्क के किसी भी बच्चे, स्टाफ व शिक्षक को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। कक्षाओं में भी फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जा रहा है। कक्षाएं सुबह 8 बजे से दिन में 12 बजे तक संचालित की जाएंगी। इसके साथ ही कोरोना से तैयारियों को लेकर अभिभावकों को भी आश्वस्त किया गया है।
सभी स्कूलों को सख्त निर्देश है कि हर कक्षा में शारीरिक दूरी के मानक का पालन करें। कक्षा की कुल क्षमता की 50 फीसदी का ही उपयोग अनिवार्य किया गया है। अगर किसी स्कूल में छात्र संख्या अधिक रहती है तो बच्चों की आनलाइन क्लास भी संचालित कराई जा सकती हैं।सभी विद्यार्थियों की थर्मल स्क्रीनिंग व हाथ सैनिटाइज करने के बाद ही स्कूल में प्रवेश मिलेगा। फर्रुखाबाद संवाददाता धर्मवीर सिंह