जौनपुर/ उत्तर प्रदेश- शाहगंज तहसील में अधिवक्ताओं व अधिकारियों के बीच आए दिन तकरार होती रहती है। आखिर ऐसा क्या है जिससे दोनों के बीच में तकरार हो जाती है ?अभी पिछले 35 दिनों से उप जिला अधिकारी से हुए विवाद का आंदोलन अधिवक्ताओं द्वारा चला जो बुधवार को सुलह समझौते से समाप्त हुआ। फिर गुरुवार को तहसीलदार कार्यालय के कर्मचारी से विवाद हो गया और मामला थाने तक पहुंच गया। सारे तहसील कर्मी थाने पहुंच अधिवक्ता के खिलाफ तहरीर देते हुए मुकदमा दर्ज करने की मांग की । मामला एक पत्रावली का था । अधिवक्ता सुभाष यादव बुधवार की शाम 4:00 बजे तहसीलदार न्यायालय पहुंचे और एक विचाराधीन फाइल को लेकर वहां मौजूद कर्मचारी राकेश पासवान से उनकी कहासुनी होने लगी। इस बात को लेकर काफी वाद विवाद हुआ। अगले दिन गुरुवार को अन्य कर्मचारी ,लेखपाल व संग्रह अमीन को भी घटना की जानकारी हुई। तो सभी आक्रोशित होकर विरोध जताते हुए कोतवाली पहुंचे । मामले की जानकारी होने पर तहसीलदार अभिषेक राय , नायब तहसीलदार अमित सिंह भी कोतवाली पहुंचे । घटना को लेकर राकेश पासवान ने मुकदमे की फाइल फाड़ने जाति सूचक शब्द का इस्तेमाल करते हुए मारपीट की तहरीर दी और अधिवक्ता के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की । पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है।