फर्रुखाबाद:संकिसा में आषाढ़ी पूर्णिमा धम्मचक्र पवत्तन दिवस पर परित्राण पाठ व त्रिमासिक वर्षावास कार्यक्रम शुभारंभ

फर्रुखाबाद: आषाढ़ी पूर्णिमा धम्मचक्र पवत्तन दिवस पर परित्राण पाठ का आयोजन किया गया। धम्मालोको बुद्ध विहार प्रबंध समिति के अध्यक्ष कर्मवीर शाक्य एवं संकिसा भिक्षु संघ के अध्यक्ष डॉ धम्मपाल थेरो ने बुद्ध प्रतिमा के सामने मोमबत्ती व अगरबत्ती जलाकर त्रिमासिक वर्षावास कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर भिक्षु अश्वघोष, भिक्षु महाचुंद, भिक्षु धम्मरत्न भिक्षु शील मंगल भिक्षु धम्म मित्र एवं उपासक श्रीमती सरिता शाक्य, डॉ देवेश शाक्य नीरज प्रताप सिंह, इंजीनियर कौशलेंद्र सिंह, लड़ैते लाल उत्तम, राहुल शाक्य एडवोकेट, गिरीश बाबू बौद्ध, शिवसरन बौद्ध, अवनीश कुमार शाक्य, रघुवीर शाक्य रामवीर शाक्य आदि मौजूद रहे।
डॉ देवेश शाक्य एवं पत्रकार सोनू ने बौद्ध भिक्षु फूल भेटकर मुद्रा दान किया। भिक्षु संघ के अध्यक्ष डॉ धम्ममपाल थेरो ने बताया कि वर्षावास करने वाले सभी भिक्षुओं के लिए प्रतिदिन दिनचर्या का कार्यक्रम निश्चित कर दिया गया है। भिक्षु सुबह 4 बजे जागकर तैयार होंगे 5 से 6 तक परित्राण पाठ विपश्यना व साधना करेंगे।
6 बजे से 7 तक चाय नाश्ता अल्पाहार ग्रहण कर 7 बजे से 8.30 बजे तक सफाई व स्नान करेंगे। 8.30 बजे से 10 बजे तक स्वाध्ययन करेंगे 10 बजे से 11बजे तक भोजन तैयार करेंगे। 11 से 12 तक भोजन एवं संघ दान करेंगे 12 से 2 बजे तक विश्राम करेंगे। अपराहन 2 बजे से 2.15 बजे तक चाय पिएंगे 2.15 से 5 बजे तक विनय, उपोसथ, पातिभोक्ख का सामूहिक पठन पाठन व अध्ययन करेंगे।
सायं 5 बजे से 6 बजे तक सफाई करके स्नान करेंगे। 6 बजे से 7 बजे तक धम्मचक्र पवत्तन सुत्त का पाठ एवं विपश्यना व साधना करेंगे। 7 बजे से 7.30 बजे तक अल्पाहार कर 7.30 से 9 तक स्व विपश्यना का अभ्यास करेंगे रात 9 बजे से भिक्षु रात्रि विश्राम करेंगे।
महासमता बुद्ध विहार एवं पुस्तकालय में भिक्षु नागसेन की देखरेख में वर्षावास का शुभारंभ हुआ। भाजपा सांसद मुकेश राजपूत ने भिक्षु नागसेन को शाल उडाकर फल भेंट किए। इस दौरान क्षत्रिय महासभा के जिला अध्यक्ष जितेंद्र सिंह ने भिक्षुओं को फल भेंट किए। महत्वपूर्ण कार्यक्रम दिवस पर बुद्ध विहार प्रमुख भिक्षु चेतसिक बोधी का मौजूद न रहना चर्चा का विषय रहा।
संकिसा राजघाट स्थित वाईवीएस सेंटर पर आषाढ़ी पूर्णिमा धम्मचक्र पवत्तन दिवस के अवसर पर धम्मदेशना व परित्राण पाठ का आयोजन किया गया। सभी कार्यक्रम सेंटर के अध्यक्ष सुरेश बौद्ध व महासचिव भिक्षु डॉ0 उपनन्द थेरो की देखरेख में हुए। सुरेश बौद्ध ने वताया कि बौद्ध धम्म में पूर्णिमाओं का बहुत अधिक महत्व है वैशाख पूर्णिमा के बाद आषाढ़ी पूर्णिमा बुद्ध शासन में विशेष महत्व रखती है।
इसी दिन बोधिसत्व का गर्भ प्रवेश, ग्रह त्याग एवं धम्म चक्र पवत्तन के साथ साथ भिक्षुओं का त्रिमसिक वर्षावास प्रारंभ होता है। इस पुनीत अवसर पर YBS सेंटर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गए। धम्म चक्र दिवस पर विशेष परित्राण पाठ, धम्मदेशना, प्रवज्जा, संघ दान आदि कार्यक्रम हुये। भोजन एवं खीर का वितरण किया गया।
फर्रुखाबाद :संवाददाता धर्मवीर सिंह