आँवला – बरेली की तहसील आँवला में रामनगर ब्लाक प्रमुख चुनाव में निर्दलीय प्रत्याषी से चुनाव हार चुकी भाजपा की नेहा आर्य ने ब्लाक प्रमुख विजेता ठाकुर के षपथग्रहण कार्यक्रम का वहिष्कार करते हुए बताया कि अतिषीघ्र ही ब्लाक प्रमुख पदच्यूत हो जाएगीं क्योंकि उनका जाति प्रमाण-पत्र गलत तरीके से बनाया गया है जोकि पूर्णतया अवैध है जिसकी षिकायत उन्होंने योगी जी के दरबार में भी की है, क्योंकि वह विजेता मध्य प्रदेष की निवासी है तथा नट जाति से नहीं आती है जबकि आंवला में उनका जो प्रमाण-पत्र निर्गत किया गया है वह नट जाति का है हालांकि उनके पति मित्रपाल नट जाति के है महिला की जाति उसके मायके से होती है न कि ससुराल से नेहा ने बताया कि इस षपथग्रहण को रूकवाने के लिए प्रषासन से गुहार भी लगाई थी।
श्रीमती आर्य ने कहा कि जहांँ एक ओर योगी मोदी तीसरी लहर की आषंका के चलते सभी से कोविड-19 के नियमों का सख्ती के साथ पालन करने की अपील कर रहे है जबकि यह षपथ समारोह पूर्णतया नियमों की धज्जियां उडा रहा है। उन्होनंे कहा कि उनको न्याय मिलेगा तथा जाचोंपरान्त विजेता को प्रमुख का पद छोडना होगा। जब उनसे पूछा गया कि पार्टी की अधिकृत प्रत्याषी तो वह थी फिर षपथग्रहण के मंच पर भाजपा के नेताओं का जमावाडा क्यों है तो उन्होनंे कहा कि विजेता पति मित्रपाल भाजपा का पदाधिकारी है। जिस कारण पार्टी के नेताओं ने मंच को साझा किया है। नेहा आर्य ने कहा कि उनका पूरा मायका व ससुराल जन्मजात भाजपाई है कुछ लोग उनको एक साजिष के तहत बदनाम कर रहे है।
नेहा आर्य ने पुनः अपनी हार का जिम्मेदार क्षेत्रीय विधायक को बताते हुए पार्टी के विरोध में किए गए उनके कृत्य को भाजपा के उच्चनेताओं के समक्ष कहे जाने की बात कही। यहां बता दे कि नेहा आर्य द्वारा क्षेत्रीय विधायक धर्मपाल सिंह को अपनी हार का जिम्मेदार ठहराते हुए उन्हें जाटव विरोधी भी बताया था वहीं वह षपथग्रहण के दौरान हाॅल में तो गयी किन्तु बाद में अपनी गाडी में आकर बैठ गयी तथा पूरे कार्यक्रम के दौरान अपनी गाडी में ही बैठी रहीं।
वहीं दूसरी ओर विजेता ठाकुर ने स्वयं को अनु0जनजाति का बताते हुए नेहा की बातों का पूरी तरह से खंडन किया है।
रिपोर्टर – परशुराम वर्मा