शाहगंज(जौनपुर): लंबी बीमारी के चलते कई महीनों से अस्वस्थ चल रहे नगर के बड़ी मस्जिद(मदरसा बदरुल इस्लाम) के मोहतमिम इमाम मौलाना हमजा कासमी का आज दोपहर जौनपुर के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया।निधन की खबर फैलते ही समूचे जनपद सहित आसपास के जिलों में भी शोक की लहर दौड़ गयी।दोपहर से ही बड़ी मस्जिद शाही ईदगाह और उनके आवास नजीराबाद में लोगों का हुजूम उमड़ना शुरू हो गया था।
रात दस बजे बड़ी मस्जिद के कब्रिस्तान में उनके पार्थिव शरीर को सुपुर्दे खाक किया गया।
मिट्टी से पहले जनाज़े की नमाज़ और मिट्टी देने के लिए हजारों की संख्या एक जन सैलाब उमड़ पड़ा।
सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए कोतवाली पुलिस के जवान तैनात
थे। (मृतक) मौलाना हमजा कासमी जनपद में हिन्दू मुस्लिम एकता के प्रतीक माने जाते थे।नगर और आसपास के क्षेत्रों में शांति व्यवस्था बनाने में कई बार महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।वे अपने बयानों में हमेशा देश की खुशहाली शांति और भाईचारे की बात किया करते थे।
जनपद के कई विधायक, सांसद और मंत्री अक्सर उनसे मुलाकात और दुआ की दरखास्त के लिए आते थे।