बिहार में कोरोना वायरस की रफ़्तार के धीमी पड़ते ही बिहार में पंचायत चुनाव को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई है. बताया जा रहा है कि बिहार में पंचायत चुनाव को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग की दफ्तर भी सक्रिय हो गया है. कोरोना वायरस की वजह से राज्य में पंचायत चुनाव रद्द कर दिया गया था.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चुनाव आयोग इस बार बाढ़ और बरसात के बाद पंचायत चुनाव का आयोजन कराएगी. इससे पहले, गर्मी के महीने में ही पंचायत चुनाव का आयोजन होता था. बताया जा रहा है कि बरसात खत्म होने के बाद आयोग की ओर से मतदान केंद्र का भौतिक सत्यापन कराया जाएगा.
बताते चलें कि चुनाव आयोग की ओर से इस साल के शुरुआत में राज्य में 1 लाख से अधिक मतदान केंद्रों का भौतिक सत्यापन कराया गया था, लेकिन कोरोना की वजह से चुनाव संभव नहीं हो सका. वहीं अब बाढ़ की वजह से कई मतदान केन्द्र जर्जर हो चुका है या ढह गया है, जिस वजह से आयोग फिर से भौतिक सत्यापन कराएगी.
बिहार में कब तक होगा पंचायत चुनाव- कोरोना वायरस की वजह से रद्द हुए पंचायत चुनाव को लेकर तमाम अटकलें लगाई जा रही है. पिछले ही दिनों सरकार ने पंचायत चुनाव न होने पर परामर्श समिति का गठन किया था. परामर्श समिति के द्वारा ही पंचायत का काम किया जाएगा.
इधर, चुनाव आयोग इस साल के अंत तक राज्य में पंचायत चुनाव करा सकती है. आयोग को ईवीएम सहित कई चीजों की तैयारी करनी है. निर्वाचन आयोग सबसे पहले बूथों का भौतिक सत्यापन कराएगा. बिहार में पंचायत प्रतिनिधियों के कार्यकाल की अवधि 15 जून तक थी.
बता दें कि बिहार में कोरोना वायरस मरीजों की रफ़्तार लगातार धीमी पड़ रही है. पिछले 24 घंटे में कोरोना के 268 नए केस सामने आए हैं. इधर, राज्य में अब 3016 एक्टिव मरीज हैं.
सवांददाता: संजीब मेहता