मैनपुरी: डराने वाला वायरस अब जानलेवा हो चुका है। जिले में 24 घंटे में आक्सीजन की कमी से 21 लोगों की मौत हो गई। इनमें आठ कोरोना संक्रमित थे, शेष सांस लेने में तकलीफ होने पर इलाज के लिए जिला अस्पताल की इमरजेंसी पहुंचे थे। तीमारदारों द्वारा लगातार अस्पताल प्रशासन पर मनमानी के आरोप लगाए हैं।
जिले में भी कोरोना से हालात बिगड़ने लगे हैं। लगातार हो रहीं मौत को देखकर अब लोगों का गुस्सा सिस्टम के प्रति फूटने लगा है। 24 घंटे के अंदर एल-2 आइसोलेशन अस्पताल में छह लोगों की मौत हो गई, जबकि दो कोरोना संक्रमितों ने किशनी क्षेत्र में दम तोड़ दिया। शहर के नगला जुला निवासी शिवप्रताप सिंह चौहान (55) बैंक में कर्मचारी थे। संक्रमित होने के बाद उनकी तबियत लगातार बिगड़ती गई। शुक्रवार को उनकी मौत हो गई। एलाऊ थाना क्षेत्र के गांव टिकसुरी निवासी बृजेश तिवारी (62), शहर के महाराजनगर निवासी अवनीश त्रिपाठी (45), मुहल्ला खरगजीत नगर निवासी रामा त्रिपाठी (55) पत्नी बृजेश त्रिपाठी और सुघर सिंह (55) पता अज्ञात की इलाज के दौरान एल-2 अस्पताल में कोविड संक्रमण से मौत हो गई। इसके अलावा दो अन्य मरीज किशनी कस्बा और हरचंदपुर में कोरोना से जिदगी की जंग हार गए हैं। मृतकों के स्वजन द्वारा लगातार अव्यवस्था के आरोप लगाए जा रहे हैं।
इधर, जिला अस्पताल की इमरजेंसी में शुक्रवार को सांस लेने में तकलीफ होने पर तमाम मरीज पहुंचे। इनमें से 13 लोगों की आक्सीजन के अभाव में मौत हो गई। शुक्रवार की सुबह एल-2 आइसोलेशन अस्पताल में मौतों की खबर मिलने के बाद प्रशासनिक अमला हरकत में दिखने लगा। इसके लिए जिमीदार सिर्फ हमारी व्यवस्था है , हमारी सरकार जिमीदार है ।